2011-12-28 12:44:57

साप्ताहिक आम दर्शन समारोह के अवसर पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दी गई धर्मशिक्षा


श्रोताओ, बुधवार को साप्ताहिक आम दर्शन समारोह के दौरान सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने प्रार्थना पर अपनी धर्मशिक्षा माला को जारी रखते हुए येसु, मरिया और योसफ के पवित्र परिवार में प्रार्थना के महत्व पर प्रकाश डाला। आम दर्शन हेतु देश विदेश से रोम में एकत्र तीर्थयात्रियों को उन्होंने इन शब्दों से सम्बोधित कियाः

"प्रिय भाइयो और बहनो,

प्रार्थना पर अनवरत जारी हमारी धर्मशिक्षा, क्रिसमस की अवधि के दौरान, हमें नाज़रेथ के परिवार के जीवन में प्रार्थना की जगह पर चिन्तन तक ले जाती है। येसु, मरियम एवं योसफ के घर में, हम ईश्वर की उपस्थिति के रहस्य पर मनन करना तथा ख्रीस्त के वफ़ादार अनुयायी रूप में विकसित होना सीखते हैं। सुसमाचार, मरियम को, मसीही जीवन पर प्रार्थनामय चिन्तन के, सर्वोच्च आदर्श रूप में प्रस्तुत करते हैं; रोज़री विनती के पाठ से, हम, वास्तव में, विश्वास और आशापूर्वक, उन रहस्यों पर, मरियम के, चिन्तन से जुड़ जाते हैं। येसु को, श्रम, प्रार्थना और धार्मिक नियमों के अनुपालन के प्रति सच्ची निष्ठा तथा मौन वफ़ादारी की शिक्षा प्रदान कर, सन्त योसफ ने भी, पालक पिता रूप में, अपनी बुलाहट का भलीभाँति निर्वाह किया। पवित्र परिवार की प्रार्थना में ही पिता ईश्वर के साथ येसु के अद्वितीय रिश्ते की प्रकाशना हुई जो सभी ख्रीस्तीय प्रार्थनाओं का केन्द्र है। मेरी मंगल याचना है कि पवित्र परिवार का आदर्श, सभी ख्रीस्तीय परिवारों को प्रार्थना के गढ़ बनने की प्रेरणा दे, ऐसे परिवार बनने की प्रेरणा जहाँ अभिभावक एवं सन्तान दोनों ही ईश्वर के उस सामीप्य का एहसास प्राप्त कर सकें जिसका समारोह हम इन दिनों क्रिसमस के दौरान हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं।"


इतना कहकर सन्त पापा ने सभी तीर्थयात्रियों पर प्रभु येसु की शान्ति का आह्वान किया तथा सबके प्रति मंगलकामनाएँ अर्पित कर सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।








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