रोम, 19 दिसंबर, 2011 (एएफपी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें रविवार 18 दिसंबर को इटली के
सबसे बड़े कारावास रेबिब्बियया गये जहाँ उन्होंने जेल में बंद लोगों के साथ क्रिसमस मनाया। संत
पापा ने कहा, " जेल में मेरा आज एक सार्वजनिक चिह्न है जो आम नागरिकों और सरकार को बंदीगृह
की कुछ गंभीर समस्यायें की याद दिलायेगी।" संत पापा जेल बन्द कैदियों के एक सवालों का
उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा, " मुझे मालूम है कि जेलों में कैदियों की भीड़-भाड़
और जेल के स्तर में गिरावट यहाँ के जीवन को और अधिक तीखा बना देती है।" उन्होंने सरकार
से अपील की कि वे जेल की स्थिति सुधारें जायें ताकि कैदियों को दूसरी बार जेल आना न पड़े।
विदित हो कि इटली की राजधानी रोम के बाहरी क्षेत्र रेबिब्बिया के कारावास 1, 740
कैदी है जो जेल की क्षमता से 500 अधिक है। पूरी इटली में 44 हज़ार 385 कैदियों के लिये
जगह है पर 68 हज़ार कैदी रखे गये हैं। एक रिकॉर्ड के अनुसार इस वर्ष 60 से अधिक कैदियों
ने आत्महत्या कर लिया है। एक अन्य सवाल में कैदियों ने संत पापा से एचआईवी पोजेटिव
के बारे में नकारात्मक विचार रखने के बारे में विचार जानना चाहा। संत पापा ने कहा, "
हमें चाहिये हम इसका सहन करें यद्यपि उनकी वाणी कटु हो। कई लोग पोप के बारे मे म भी अनर्गल
बातें करते हैं पर मुझे आगे बढ़ते जाना है।" संत पापा के बंदीगृह दौरे के समय न्याय
मंत्री पौला सेवेरिनो ने भी संत पापा से मुलाक़ात की। उन्होंने कहा, "यह एक बड़ा संयोग
है क्योंकि मैं भी चाहती हूँ कि जेल में भी कैदियों की संख्या कम करने की हिमायती रही
हूँ। " संत पापा ने बंदियों के लिये प्रार्थनायें कीं, उनके उपहारों को ग्रहण किये
और क्रिसमस ट्री को आशिष दिये। सन् 2005 ईस्वी में पोप बनने के बाद से संत पापा ने कई
बार जेलों का दौरा किया है । संत पापाओं के जेल जाकर बंदियों से मिलने की परंपरा
26 दिसंबर 1958 ईस्वी में शुरु हुई जब संत पापा जोन तेइसवें ने रोम स्थित रेजिना कोइली
के जेल का दौरा किया था। धन्य जोन पौल द्वितीय अपने कार्यकाल में 12 बार विभिन्न
बंदीगृहों का दौरा किया था जिसमें वह 27 दिसंबर, 1983 का ऐतिहासिक दौरा भी शामिल है जब
उन्होंने रेबीब्बिया जेल में बन्द तुर्की उग्रवादी अली आग्का से मुलाक़ात की थी जिन्होंने
उन पर गोलियाँ चलायी थी।