विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों की परस्पर निर्भरता न्याय और सह्दयता को बढावा दें
वाटिकन सिटी 16 दिसम्बर (सीएनएस) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने वाटिकन के लिए नवनियुक्त
पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड सहित 8 देशों के नये राजदूतों का प्रत्यय पत्र स्वीकार
करने के अवसर पर 15 दिसम्बर को अपने संदेश में कहा कि विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों
की परस्पर निर्भरता को खतरे के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए लेकिन इसे लाभ के रूप में
देखा जाना चाहिए जो सबके लिए न्याय और सह्दयता लाती है। उन्होंने कहा कि सबके प्रति हम
सब जिम्मेदार हैं तथा यह महत्वपूर्ण है कि सह्दयता के बारे में रचनात्मक विचार रखते हुए
साझा जिम्मेदारी समझी जाये। संत पापा ने प्रत्येक राजदूत को अलग-अलग संदेश नहीं
दिया तथा वाटिकन प्रवक्ता फादर फेदेरिको लोम्बार्दी ने कहा कि यह परिवर्तन स्थायी होगी।
वर्तमान कूटनैतिक अभ्यासों के सुसंगत रोम से बाहर रहनेवाले कूटनीतिज्ञों के नये समूहों
को संत पापा एक ही संदेश देंगे। उन्होंने कहा कि वाटिकन सिटी के प्रमुख होने के कारण
संत पापा के साथ नये राजदूतों के निजी रूप से मिलने की प्रथा जारी रहेगी। नये राजदूत
अपने प्रत्यय पत्र संत पापा को सौंपेंगे एवं निजी मुलाकात के समय उन्हें एक दूसरे को
जानने तथा विचारों को व्यक्त करने का मौका मिलेगा।