वाटिकन सिटीः सन्त पापा ने आरमेनिया के राष्ट्रपति, यहूदी नेता सैक्स से की मुलाकातें
वाटिकन सिटी, 13 दिसम्बर सन् 2011 (सेदोक): सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने सोमवार को,
वाटिकन में, आरमेनिया के राष्ट्रपति सेर्ज़ सार्गस्यान से मुलाकात की।
आरमेनिया
के राष्ट्रपति से मुलाकात के सम्बन्ध में वाटिकन ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मुलाकात
के अवसर पर दोनों पक्षों के बीच सौहार्द्रपूर्ण बातचीत हुई जिसमें, जनकल्याण के क्षेत्र
में, आरमेनियाई प्रेरितिक कलीसिया तथा काथलिक कलीसिया द्वारा आरमेनिया को दिये जा रहे
योगदानों पर चर्चा की गई। बातचीत में आरमेनिया की ख्रीस्तीय धरोहर को बरकरार रखने के
महत्व पर बल दिया गया तथा युवा पीढ़ियों को जीवन के मूलभूत मूल्यों की शिक्षा दिये जाने
के प्रति समर्पण की अभिव्यक्ति की गई।
सन् 1992 में भूतपूर्व सोवियत संघ के पतन
के बाद, आरमेनिया तथा परमधर्मपीठ के बीच कूटनैतिक सम्बन्धों की स्थापना की गई थी।
इस
बीच, सोमवार को ही सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने राष्ट्र मंडल के यहूदी संगठन के प्रधान
रब्बी जोनाथन सैक्स से भी मुलाकात की। इस अवसर पर दोनों धार्मिक नेताओं ने काथलिकों एवं
यहूदियों के बीच अन्तरधार्मिक सम्बन्धों पर बातचीत की तथा यूरोपीय संस्कृति में आध्यात्मिक
मूल्यों के ह्रास पर गहन चिन्ता व्यक्त की।
सन् 1991 से यू.के. ऑस्ट्रेलिया तथा
हाँग काँग के यहूदी समुदायों के आध्यात्मिक गुरु रब्बी जोनाथन सैक्स ने कहा कि हालांकि
आधुनिक विश्व में, विश्वास की कोई राजनैतिक शक्ति नहीं है तथापि जीवन के मूल्यों की परवाह
करनेवालों के लिये विश्वास का प्रभाव महान है।
यूरोप में सामीवाद विरोधी धारणाओं
के बारे में उन्होंने कहा कि यहूदी लोग अकेले सामीवादी विरोधी धारणाओं को दूर नहीं कर
सकते बल्कि इसके लिये उन्हें ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की मदद की ज़रूरत है। उन्होंने
कहा कि वे विश्व के किसी भी क्षेत्र में ख्रीस्तीयों को उनके अधिकार दिलवाने हेतु लड़ने
के लिये तैयार हैं किन्तु चाहते हैं कि ख्रीस्तीय धर्मानुयायी भी यहूदियों के अधिकारों
के लिये लड़ें ताकि सभी बिना भय के अपने-अपने धर्मों का पालन कर सकें।