आऊटलुक पत्रिका ने मंगलोर के धर्माध्यक्ष से मानहानि के लिए क्षमा याचना की
मंगलोर भारत 9 दिसम्बर 2011 (काथलिक न्यूज) लोकप्रिय राष्ट्रीय पाक्षिक पत्रिका आऊटलुक
ने 10 अक्तूबर के अंक में मंगलोर के धर्माध्यक्ष के खिलाफ प्रकाशित पत्र के लिए क्षमा
याचना की है। पत्रिका के नवीनतम अंक में मुख्य संपादक विनोद मेहता ने लिखा कि विवादास्पद
पत्र प्रकाशित होने से उत्पन्न असुविधा पर वे खेद प्रकट करते हुए मंगलोर धर्मप्रांत के
धर्माध्यक्ष तथा काथलिक समुदाय के सदस्यों से क्षमा की याचना करते हैं। आऊटलुक पत्रिका
ने जो ए लेविस द्वारा लिखे एक पत्र के तथ्यों की सत्यता की जाँच किये बिना ही इसे प्रकाशित
कर दिया था जिसमें कहा गया था कि मंगलोर के धर्माध्यक्ष पर निगरानी विभाग द्वारा की गयी
छापेमारी में 9 करोड़ रूपये जब्त किये गये। पत्र में पत्रिका के अधिकारियों से आग्रह
किया गया था कि वे मामले की जाँच करें। आउटलुक पत्रिका ने जाँच करने के बाद लिखा
कि उन्हें यह स्पष्टीकरण देते हुए खुशी है कि मंगलोर के धर्माध्यक्ष पर निगरानी विभाग
ने किसी प्रकार की छापामारी नहीं की तथा कुछ भी जब्त नहीं किया है। श्री मेहता ने कहा
कि झूठ, आधारहीन और बुरी नीयतवाले आरोप के कारण पत्र लिखनेवाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी
प्रक्रिया पर वे विचार कर रहे हैं। धर्माध्यक्ष अलोइस पौल डिसूजा ने ईश्वर हमारे
साथ हैं कहते हुए इसे उनलोगों के खिलाफ सत्य की जीत कहा जो कलीसिया की अच्छाई को बुरी
नीयत से बदनाम करना चाहते हैं। मंगलोर में काथलिक वकीलों के संघ के अध्यक्ष मेलविन
पी नोरोन्हा ने कहा कि राष्ट्रीय पाक्षिक पत्रिका ने इस मुद्दे पर जांच अनुसंधान किया
और कुछेक ख्रीस्तीय विरोधियों के आधारहीन अफवाहों को समाप्त कर दिया है।