लाहौरः ख्रीस्तीय धर्मानुयायी के विरुद्ध ईश निन्दा का झूठा आरोप, आरोपी की जान को ख़तरा
लाहौर, सात दिसम्बर सन् 2011 (एशिया न्यूज़): पाकिस्तान के लाहौर शहर स्थित काज़ी ज़िले
के शाहद्रा गाँव में, सोमवार को एक 25 वर्षीय ख्रीस्तीय धर्मानुयायी पर ईश निन्दा का
झूठा आरोप लगाया गया जिसकी जान अब ख़तरे में है।
समाचारों के अनुसार ख्रीस्तीय
युवक ख़ुराम मसीह, अब्दुल मजीद नामक मुसलमान के घर में नौकरी करता है। सोमवार को घर की
सफाई के बाद उसने कुछ काग़ज एवं लकड़ी के टुकड़ों को एकत्र कर उन्हें जला डाला जिसे
देखने के बाद अब्दुल मजीद ने शोर मचा डाला कि ख़ुराम मसीह ने कुरान के पन्नों को फाड़कर
आग के हवाले कर दिया है। इसी पर अन्य कामगारों ने मसीह की मार पीट शुरु कर दी तथा उसे
पुलिस के हवाले कर दिया।
लाहौर के धार्मिक नेताओं तथा मानवाधिकार समूहों के प्रतिनिधियों
ने पुलिस स्टेशन पर जाकर मसीह की गिरफ्तारी का विरोध किया तथा उसकी सुरक्षा की मांग की।
दूसरी ओर मुस्लिम चरमपंथियों ने मसीह को जान से मार डालने की धमकी दी है।
लाहौर
धर्मप्रान्त के काथलिक पुरोहित फादर फ्राँसिस ज़ेवियर ने एशिया समाचार से कहा, "यह एक
दुखद घटना है क्योंकि युवा मसीह पर ईश निन्दा का झूठा आरोप लगाकर गिरफ्तार करवाया गया
है।" फादर ने कहा कि जिस व्यक्ति ने मसीह के विरुद्ध शिकायत दर्ज़ की है उसकी मुस्लिम
चरमपंथी दलों से साँठ गाँठ है तथा ग़ैरमुसलमानों के विरुद्ध उसकी घृणा से सभी वाकिफ़
हैं। इसके अतिरिक्त फादर ने बताया कि शाहद्रा गाँव के कई क्षेत्रों में ईसाईयों के विरुद्ध
घृणा को भड़काने वाले पोस्टर लगे हैं। उन्होंने कहा कि वे ख़ुराम मसीह के लिये चिन्तित
हैं। अधिकारियों का उन्होंने आह्वान किया कि वे मसीह को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करें।