वाटिकन सिटीः वाटिकन ने किया सिरिया में हिंसा के अन्त का आह्वान
वाटिकन सिटी, 6 दिसम्बर सन् 2011 (सी.एन.एस.): वाटिकन के वरिष्ठ धर्माधिकारी महाधर्माध्यक्ष
सिलवानो थोमासी ने सिरिया में नित्य बढ़ती हिंसा पर चिन्ता व्यक्त कर राजनीतिज्ञों का
आह्वान किया है कि वे देश में “यथार्थ सुधारों” को बहाल करें।
जिनिवा में, दो
दिसम्बर को संयुक्त राष्ट्र संघीय मानवाधिकार समिति के विशिष्ठ सत्र के दौरान महाधर्माध्यक्ष
ने सिरिया में हिंसा की समाप्ति तथा सुधारों की बहाली का आह्वान किया। सिरिया की स्थिति
तथा विगत माहों की हिंसा में विपक्षी दलों के लगभग चार हज़ार लोगों के मारे जाने पर उक्त
सत्र में विचार विमर्श किया गया।
जिनिवा स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ में वाटिकन
के प्रतिनिधि एवं स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष थोमासी ने कहा कि वाटिकन गहन चिन्ता
के साथ सिरिया की स्थिति का अवलोकन कर रहा है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि विगत माहों
में सिरिया में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शन, बेहतर आर्थिक रहन सहन, न्याय, स्वतंत्रता
तथा सार्वजनिक जीवन में भागीदारी की वैध एवं तर्कसंगत आकाँक्षा के परिणाम थे।
उन्होंने
कहा कि ये प्रदर्शन, "सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक स्तरों पर यथार्थ सुधारों की अत्यावश्यक
ज़रूरत को रेखांकित करते हैं।" उन्होंने कहा कि असहिष्णुता, भेदभाव, हिंसा एवं संघर्ष
के बिना तथा सत्य एवं नागरिकों के वैध अधिकारों का सम्मान करते हुए, इन परिवर्तनों को
लाना महत्वपूर्ण है।
प्रदर्शनों के दौरान मारे गये तथा घायल हुए लोगों के परिवारों
के प्रति वाटिकन की ओर से महाधर्माध्यक्ष थोमासी ने गहन सहानुभूति का प्रदर्शन किया तथा
सिरिया में शीघ्रातिशीघ्र मानव मर्यादा सहित शांति की स्थापना की मंगलकामना की।