केरल में कलीसिया 4 दिसम्बर को मुल्ला पेरियार दिवस मनायेगी
कोच्चि केरल 29 नवम्बर 2011 (काथलिक न्यूज) केरल में मुलला पेरियार डैम में बहुत अधिक
जल भर जाने से डैम के टूटने कि स्थिति में लगभग 35 लाख लोगों के सामने जीवन और सम्पत्ति
के नुकसान होने का खतरा उत्पन्न हो जाएगा। इस स्थिति को देखते हुए केरल काथलिक धर्माध्यक्षीय
समिति (केसीबीसी) ने लोगों के प्रति सहानुभूति दिखाने के लिए रविवार 4 दिसम्बर को मुल्ला
पेरियार दिवस मनाने का निर्णय लिया है। पुरोहितों और कलीसियाई संस्थानों से कहा गया है
कि वे मिस्सा पूजा के समय विशेष प्रार्थना चढायें ताकि केरल और तमिलनाडु सरकार द्वारा
मुल्ला पेरियार डैम के मुद्दे पर बातचीत करते हुए समस्या का शांतिपूर्ण और तत्काल समाधान
पाया जा सके। धर्मसमाजों, पल्लियों, संडे स्कूलों, लोकधर्मी संगठनों, सामाजिक सेवा
संस्थानों तथा अन्य शैक्षणिक संस्थानों से मुल्ला पेरियार दिवस मनाने का आग्रह करते हुए
मोमबत्ती जुलूस निकालने या अन्य सांकेतिक प्रतीक व्यक्त करने को कहा गया है जो सहानुभूति
और परवाह को व्यक्त करे। केसीबीसी के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष अन्देयूस तजहात ने
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी तथा अन्य कुछेक प्रभावशाली
केन्द्रीय मंत्रियों को पत्र भेजकर इस पूरे प्रकरण पर गहन चिंता व्यक्त किया है। केसीबीसी
की चार माँग है - प्रधानमंत्री और केन्द्रीय सरकार अविलंब और तत्काल कदम उठायें ताकि
पेरियार नदी के तट पर रहनेवाले लगभग 35 लाख लोगों के जीवन और सम्पत्ति की सुरक्षा निश्चित
हो। मुल्ला पेरियार डैम में जल के स्तर को कम करते हुए 120 फीट के स्तर पर लाया जाये।
केन्द्रीय सरकार तमिलनाडु सरकार पर दबाव डाले तथा केरल सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार
करते हुए एक नया डैम बनाये एवं किसी भी तरह से तमिलनाडु को सप्लाई किये जानेवाले जल की
मात्रा को प्रभावित न करे। दोनों राज्यों के मध्य भाईचारा और मधुर संबंध को तोड़े
बिना हीं मुल्ला पेरियार डैम समस्या का उचित और शांतिपूर्ण दीर्घकालीन समाधान पाने के
लिए केन्द्र सरकार मध्यस्थता करे।