बेनिन में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें की प्रेरितिक यात्रा की पृष्ठभूमि
रोम 18 नवम्बर ( सेदोक पुस्तिका) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें 18 से 20 नवम्बर तक अफ्रीकी
राष्ट्र बेनिन की प्रेरितिक यात्रा कर रहे हैं जिसका शीर्षक है – मेलमिलाप, न्याय और
शांति। यह उनकी अफ्रीका की दूसरी यात्रा है।
संत पापा ने 17 से 23 मार्च 2009
को सम्पन्न अफ्रीका की अपनी पहली यात्रा के समय कैमरून और अंगोला की प्रेरितिक यात्रा
की थी। उन्होंने उस दौरान याउन्दे में सम्पन्न ख्रीस्तयाग के अंत में अफ्रीका के धर्माध्यक्षों
की दूसरी विशेष धर्मसभा बुलाने के लिए तैयारी पत्र को जारी किया था। इसके बाद अफ्रीका
के धर्माध्यक्षों की वाटिकन में 4 से 25 अक्तूबर तक दूसरी विशेष धर्मसभा सम्पन्न हुई
थी जिसका इसका शीर्षक रखा गया था- अफ्रीका में कलीसिया मेलमिलाप, न्याय और शांति की सेवा
में। धर्मसभा के दौरान धर्माध्यक्षों ने कलीसिया की स्थिति पर विचार विमर्श करते हुए
अपने चिंतन और प्रस्तावों को प्रस्तुत किया था जिनका अध्ययन करने के बाद अफ्रीका में
कलीसिया को मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए संत पापा ने अपना संदेश तैयार किया है।
सन
2009 के मार्च माह में सम्पन्न अफ्रीका की अपनी पहली यात्रा के 32 माह बाद संत पापा बेनेडिक्ट
16 वें दूसरी बार अफ्रीका की यात्रा पर बेनिन देश पहुँचे हैं। वे अफ्रीका के धर्माध्यक्षों
की दूसरी विशेष धर्मसभा के बाद तैयार किये गये प्रेरितिक उदबोधन पर बेनिन के औविदा नगर
स्थित माता मरिया के निष्कलंक गर्भागमन को समर्पित बासिलिका में 19 नवम्बर को हस्ताक्षर
करेंगे और इसे 20 नवम्बर को कोतोनू के स्टेडियम में आयोजित समारोही ख्रीस्तयाग के अंत
में अफ्रीका के धर्माध्यक्षों को सौंपेगे।