बंगलोर 14 नवम्बर 2011 (काथलिक न्यूज) कर्नाटक राज्य के बंगलोर में शहर के 700 अनाथ बच्चों
के लिए इंडियन काथलिक यूथ मूवमेंट (आईसीवायएम) के स्वयंसेवकों ने बाल दिवस की पूर्वसंध्या
पर कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सम्पूर्णा मोन्टफोर्ट कोलेज के 130 विद्यार्थी
भी स्वयंसेवकों के साथ मिलकर काम किये ताकि 9 अनाथालयों के बच्चों के लिए बाल दिवस को
एक विशेष दिन बना सकें। बच्चों के मनोरंजन के लिए लगभग 20 खेल स्टाल्स लगाये गये। खाने
पीने के स्टाल्स सहित सांस्कृतिक और मैजिक शो का भी आयोजन किया गया। रवि कुमार ने इस
दिवस को बहुत महत्वपूर्ण बताया क्योंकि उसे अनेक खेल खेलने के मौके मिले और उसने पुरस्कार
भी जीता। खेलों के अतिरिक्त उसने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी बहुत पसंद किया। आईसीवायएम
के स्वयंसेवक सीन पौल ने कहा कि हम सबको ऐसा करना चाहिए। समाज से हमें जो मिला है उसे
क्या समाज को वापस देना हमारी जिम्मेदारी नहीं है। आईसीवायएम पिछले 4 सालों से बच्चों
के लिए बाल दिवस कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। पिछले दो साल से मोन्टफोर्ट कोलेज के
छात्र भी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। आईसीवायएम के निदेशक तथा मोन्टफोर्ट
कोलेज में मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष फादर दिव्य पौल ने कहा कि हम बच्चों के लिए
यह दिखाना चाहते थे कि उनके अनुभवों से भिन्न भी समाज हो सकता है। जब हमने परीक्षण के
आधार पर पहली बार किया तो बहुत आश्चर्यजनक परिणाम मिले थे और इसलिए हम बच्चों के लिए
इस तरह के समारोह का आयोजन करते रहे हैं। उनकी आशा है युवा इस प्रकार के अवसरों और समारोहों
से प्रेरणा प्राप्त करेंगे। युवाओं के लिए यह बहुत प्रभावशाली अनुभव है जब वे महसूस करते
हैं कि छोटे बच्चे इतनी अधिक खुशी और आनन्द ला सकते हैं। उस आनन्द की कल्पना करें जब
हम कुछ अधिक करते हैं, यह वास्तव में किसी के जीवन में बहुत परिवर्तन ला सकता है। स्मरण
रहे कि बाल दिवस 14 नवम्बर को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहर लाल नेहरु
के जन्मदिवस पर मनाया जाता है जिन्हें बच्चों से बहुत प्यार था।