2011-11-14 17:38:06

आपसी नेटवर्किंग और सहयोग अनिवार्य


रायग़ढ़ 14 नवम्बर, 2011 (सीबीसीआई) छत्तीसगढ़ की क्षेत्रीय धर्माध्यक्षीय सभा ने 11 नवम्बर को रायगढ़ में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजिन किया जिसमें क्षेत्र के विभिन्न आयोगों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और नये समितियों का गठन किया।
सभा का उद्घाटन करते हुए क्षेत्रीय धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष रायपुर के महाधर्माध्यक्ष जोसेफ अगुस्टीन ने विभिन्न क्रियाकलापों में अधिक से अधिक आपसी समन्वय और सहयोग पर बल दिया।

उन्होंने कहा, "सीबीसीआई द्वारा नयी समितियाँ गठन और नया क्षेत्रीय स्वरूप के निर्माण से कलीसिया के कार्य अधिक प्रभावपूर्ण और फलदायी सिद्ध होंगे।"

महाधर्माध्यक्ष ने बताया, " क्षेत्र में कई पुनर्गठन की प्रक्रिया में कई सकारात्मक परिवर्तन आ रहे हैं। ज़रूरत है कि सभी मिलजुल कर कार्य करें विचारों का आदान-प्रदान करें, कार्यों का मूल्यांकन हो ताकि कलीसिया प्रगति की दिशा में आगे बढ़ सके।"

कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय धर्माध्यक्षीय समिति के सहायक सचिव फादर अंतोनी दास के द्वारा किया गया था। क्षेत्र की विभिन्न समितियों के समन्वय की ज़िम्मेदारी सह-सचिव को ही सौंपी गयी है।

समितियों के तालमेल के बारे में बतलाते हुए फादर अंतोनी ने कहा, " धर्माध्यक्षों ने पाँच आयोगों का निर्माण कर लिया है और शीघ्र ही पाँचों धर्मप्रांतों और 15 धर्मसमाजों के लिये वेबसाइट शीघ्र आरंभ किये जाने की योजना है।"

उन्होंने बतलाया कि इन योजनाओं को कारगर के से लागू करने के लिये दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह एक कार्यशाला आयोजित किया गया है।

विदित हो कि इस क्षेत्रीय सभा का संचालन सीबीसीआई के आदिवासी मामलों के सचिव जेस्विट फादर स्तानिस्लास तिर्की, होली स्पिरिट सिस्टर हेलेन और सामाजिक सम्प्रेषण विभाग के सचिव जोर्ज प्लाथोट्टम ने किया।

उन्होंने इस बात पर बल दिया कि योजनाओं को कारगर ढंग से लागू करने के लिये केन्द्र और क्षेत्रों के बीच आपसी नेटवर्किंग और सहयोग अनिवार्य है।












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