वाटिकन सिटी, 111111 (सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें अगले साल सन् 2012 में मेक्सिको
और क्यूबा की प्रेरितिक यात्रा करेंगे।
वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदेरिको
लोम्बारदी ने उक्त बात की जानकारी देते हुए बताया कि मेक्सिको और क्यूबा के राजदुतों
को निर्देश दे दिये गये हैं कि वे उच्चाधिकारियों और धार्मिक अधिकारियों को इस बात की
जानकारी दें।
उन्होंने बताया कि कथित राष्ट्रों की ओर से आधिकारिक आमंत्रण के
बाद संत पापा ने अपनी प्रेरितिक दौरा की संभावनाओं पर विचार करना आरंभ कर दिया है।
फादर लोमबारदी ने कहा, मेक्सिको के लोगों में संत पापा की यात्रा को लेकर उत्साह
अपनी चरमसीमा पर है, जबकि क्यूबा के लोगों में भी संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें को अपनी
धरती में देखने की तीव्र उत्कंठा देखी जा रही है।
ज्ञात हो क्यूबावासियों के
दिल में धन्य जोन पौल द्वितीय की सन् 1998 की ऐतिहासिक प्रेरितिक यात्रा की याद ताजा
है।
वाटिकन प्रवक्ता ने बताया कि लैटिन अमेरिकी देशों में स्पैनिस भाषा-भाषियों
के बीच संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें की यह पहली प्रेरितिक यात्रा होगी।
वैसे संत
पापा ने सन् 2007 दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र ब्राजील की यात्रा की थी। उनकी आशा है कि वे
सन् 2013 के विश्व युवा दिवस में फिर से ब्राजील की यात्रा कर पायेंगे।
जेस्विट
फादर लोमबारदी ने बताया कि क्यूबा की साम्यवादी सरकार के साथ वाटिकन के रिश्ते 13 वर्ष
पूर्व किये संत पापा जोन पौल द्वितीय के दौरे के बाद से ही लगातार बेहतर होते रहे हैं।
फादर लोबारदी ने बताया कि संत पापा की क्यूबा यात्रा क्यूबावासियों को आनन्द और उत्साह
भर देगा। अगले साल क्यूबावासी ‘आवर लेडी ऑफ चैरिटी ऑफ कोबरे’ की प्रतिमा की खोज का 400वाँ
वर्षगाँठ मनायेंगे।
ग़ौरतलब है कि 400 वर्ष पहले तीन बालकों को देश के दक्षिण-पश्चिम
भाग में अवस्थित नीपे की खाड़ी में माता मरिया की यह प्रतिमा प्राप्त हुई थी तब से यह
प्रतिमा क्यूबा की संरक्षिका है।
फादर ने बताया कि संत पापा की इच्छा है कि
दोनों देशों की यात्रा का आयोजन सुसमाचार प्रचार के उस मिशन को आगे बढ़ाने के परिपेक्ष
में देखा जाये, जिसका आरंभ ब्राजील के अपारेचिदा में सन् 2007 में लैतिन अमेरिकी और कैरेबियन
धर्माध्यक्षों ने ‘विश्वास वर्ष 2012’ के आरंभ की तैयारी के रूप में किया था।