2011-11-09 17:31:44

पुरोहितों को परमाणु बिजली केन्द्र के विरोध प्रदर्शन से दूर रहने का निर्देश


कुदानकुलाम तमिलनाडु 9 नवम्बर 2011 (काथलिक न्यूज) भारत के तमिलनाडु राज्य स्थित तूतीकोरिन धर्मप्रांत ने अपने पल्ली पुरोहितों को निर्देश दिया है कि कुदानकुलाम परमाणु बिजली केन्द्र के खिलाफ जारी विरोध से वे स्वयं को दूर रखें। धर्मप्रांत ने विश्वासियों को निर्देश दिया है कि वे विरोध प्रदर्शनकरनेवालों से दूरी रखें। यह कदम उठाया गया है क्योंकि आरोप लगाया गया है कि कुदानकुलाम और इसके समीपवर्ती क्षेत्रों के ईसाई समुदाय और चर्च द्वारा विरोध प्रदर्शन को समर्थन दिया जा रहा है।
तूतीकोरिन के धर्माध्यक्ष युआन अम्ब्रोस ने कहा कि उन्होंने पल्ली पुरोहितों से कहा है कि विरोध प्रदर्शन का उन्हें नेतृत्व नहीं करना है लेकिन लोगों के प्रति वे सहानुभूति प्रकट कर सकते हैं।
धर्माध्यक्ष के हस्तक्षेप को गतिरोध दूर करनेवाले कदम के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि विरोध प्रदर्शन के कारण बहुत विलम्ब हुआ है तथा दिसम्बर माह में पूरे प्रोजेक्ट पर ही रोक लगाने का खतरा उत्पन्न हो रहा था। परमाणु बिजली केन्द्र का विरोध करनेवालों ने अब कुछ नरमी दिखायी है। उनके नेताओं ने कुदानकुलाम में 15 सदस्यीय केन्द्रीय समिति के साथ बातचीत कर यह सहमति प्रकट की है कि यदि मुख्यमंत्री जयललिता आश्वासन देती हैं तो वे परमाणु बिजली केन्द्र में रखरखाव के काम को जारी रखने की अनुमति देंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता जो परमाणु बिजली परियोजना के काम को अविलम्ब रूकवाना चाहते थे उन्होंने सरकार से जमीन अधिग्रहण से लेकर परमाणु कचरे के प्रबंध करने के बारे में जानकारी देने सहित पूरी परियोजना के बारे में श्वेत पत्र जारी करने की माँग की है।








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