2011-11-02 12:11:09

नई दिल्लीः आरक्षण मुद्दे पर ख्रीस्तीयों ने की गाँधी से मुलाकात


नई दिल्ली, 02 नवम्बर सन् 2011 (कैथन्यूज़): नई दिल्ली में ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने काँग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी से मुलाकात कर आरक्षण मुद्दे पर बातचीत की।

दलित ख्रीस्तीयों की राष्ट्रीय समिति तथा दलित ख्रीस्तीयों की राष्ट्रीय समन्वयन समिति के प्रतिनिधियों ने भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन तथा कलीसियाओं की राष्ट्रीय समिति के धर्माधिकारियों के साथ मिलकर मंगलवार को श्रीमती गाँधी से मुलाकात की।

काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की अनुसूचित जातियों एवं पिछड़े वर्ग सम्बन्धी आयोग के फादर कॉसमन आरोक्याराज ने श्रीमती गाँधी को दलित ख्रीस्तीयों की चिन्ताओं से अवगत कराया।

उन्होंने काँग्रेस अध्यक्षा गाँधी को याद दिलाया कि जनवरी सन् 2008 में केन्द्रीय सरकार ने, भारत के सर्वोच्च न्यायालय को आश्वासन दिया था कि वह आठ सप्ताहों के भीतर दलित ख्रीस्तीयों के मुद्दे पर अपना जवाब देगी जबकि तीन वर्ष बाद, आज तक सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया है।

फादर आरोक्याराज ने कहा कि यद्यपि भारत के ख्रीस्तीय एवं मुसलमान समुदाय हर अवस्था में काँग्रेस का साथ निभाते रहे हैं तथापि अब, "हमारे लोग बारम्बार विफल हुई प्रतिज्ञाओं और खोखले आश्वासनों से ऊब चुके हैं।"

येसु धर्मसमाजियों द्वारा संचालित देहली स्थित भारतीय सामाजिक संस्था के फादर सेल्वा ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि सन् 1996 तथा सन् 2004 के चुनावों के दौरान अपने घोषणा पत्रों में काँग्रेस पार्टी ने वादा किया था कि अनुसूचित जातियों को मिलनेवाली सुविधाएँ दलित ख्रीस्तीयों एवं दलित मुसलमानों को भी दी जायेंगी।

दलित ख्रीस्तीयों की राष्ट्रीय समिति के समन्वयक फ्रैंकलीन सीसर ने आरोप लगाया कि दलित ख्रीस्तीय एवं दलित मुसलमानों के मुद्दे को जाति पर आधारित जनगणना से जोड़ना और कुछ नहीं केवल इस मुद्दे के निर्णय पर विलम्ब करना है।

श्रीमती गाँधी ने आश्वासन दिया है कि वे मुद्दे पर ग़ौर करेंगी।








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