2011-11-01 12:40:08

वाटिकन सिटीः राज्य को धर्म पालन की स्वतंत्रता की गारंटी देनी चाहिये, बेनेजडिक्ट 16 वें


वाटिकन सिटी, 1 नवम्बर सन् 2011 (सेदोक): वाटिकन में सोमवार को ब्राज़ील के नये राजदूत, अमीर फ्राँको देसा बारबूदा का स्वागत करते हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने इस बात की पुष्टि की कि काथलिक कलीसिया लोकोपकारी एवं शैक्षिक कार्यों द्वारा व्यावहारिक स्तर पर ही समाज की सहायता नहीं करती बल्कि समाज के नैतिक उत्थान में योगदान प्रदान करती है।

सन्त पापा ने कहा कि कलीसिया, "आशा करती है कि राज्य इस बात को स्वीकार करे कि स्वस्थ धर्मनिर्पेक्षता का मतलब धर्म को मात्र एक मानवीय भाव मानकर उसे निजी क्षेत्र तक सीमित करना नहीं है। वह एक ऐसी वास्तविकता है जो केवल एक संघटित दृश्यमान संरचना नहीं ही है अपितु ऐसा यथार्थ जिसे जनसमुदाय द्वारा स्वीकार किया जाना अनिवार्य है।"

सन्त पापा ने कहा कि राज्य का दायित्व है कि वह अपने सभी नागरिकों को धर्मपालन की पूर्ण स्वतंत्रता प्रदान करे और साथ ही धार्मिक संगठनों की संरचना को अनुमोदन दे ताकि सांस्कृतिक, शैक्षिक एवं कल्याणकारी कार्यों की सुचारु व्यवस्था की जा सके।








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