फिलीपिन्स, किड्डापवनः फादर फाओस्तो तेन्तोरियो की अन्तयेष्टि के लिये 15 हज़ार एकत्र
फिलीपिन्स, किड्डापवन, 26 अक्टूबर सन् 2011 (एशियान्यूज़): फिलीपिन्स में किड्डापवन स्थित
नोत्र दाम महागिरजाघर में, मंगलवार को, छः धर्माध्यक्ष, 100 से अधिक पुरोहित तथा लगभग
15 हज़ार काथलिक विश्वासी 17 अक्टूबर को मारे गये फादर फाओस्तो तेन्तोरियो के अन्तयेष्टि
याग में शामिल हुए।
विदेशी मिशनरियों की परमधर्मपीठीय संस्था "पीमे" के मिशनरी
पुरोहित फादर फाओस्तो तेन्तोरियो की 17 अक्टूबर को, फिलीपिन्स के मुसलिम बहुल मिनदानाओ
प्रान्त के अराकन कस्बे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
किड्डापवन के
धर्माध्यक्ष रोमुलो दे ला क्रूज़ ने अन्तयेष्टि याग अर्पित कर फिलीपिन्स के पद दलितों
के हित में फादर फाओस्तो द्वारा सम्पादित कार्यों का स्मरण किया। अन्तयेष्टि याग में
मनीला में कार्यरत इटली के राजदूत लूका फोरनारी ने भी भाग लिया। ख्रीस्तयाग के दौरान
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें का शोक सन्देश भी पढ़ा गया। इसमें सन्त पापा ने फिलीपिन्स
के निर्धनों के बीच फादर फाओस्तो की अनुपम सेवा का स्मरण किया तथा सभी से आग्रह किया
कि वे हिंसा का परित्याग कर न्याय एवं शांति पर आधारित मैत्रीपूर्ण समाज के निर्माण में
योगदान दें।
इस अवसर पर ज़ामबोआँगा में कार्यरत पीमे मिशनरी संस्था के फादर मरियानी
ने बताया कि अन्तयेष्टि में शामिल होने के लिये युवा और बुर्जुग दूर दूर से किड्डापवन
पहुँचे थे।। महागिरजाघर से कब्रस्तान तक चार किलो मीटर की दूरी शोकाकुल लोगों ने पैदल
चलकर शांतिपूर्ण ढंग से पूरी की। फादर मरियानी ने कहा, "फादर फाओस्तो के चले जाने से
हालाँकि दुख छा गया है किन्तु उनकी अन्तयेष्टि मिनदानाओ के लोगों के लिये आशा का एक संकेत
है।"
ख्रीस्तयाग प्रवचन में धर्माध्यक्ष दे ला क्रूज़ ने स्पष्ट किया कि फादर
फाओस्तो "पर्यावरण की सुरक्षा वाले पुरोहित" अथवा "मानवाधिकारों के रक्षक" मात्र नहीं
थे जैसा कि समाचार पत्रों ने उनका वर्णन किया है बल्कि वे एक भले और सत्यनिष्ठ काथलिक
पुरोहित थे जो अपने लोगों से प्रेम करते थे। उन्होंने कहा कि लोगों के प्रति प्रेम के
कारण ही उन्होंने, ख़तरों के बावजूद, अपनी पूरी ताक़त से उनकी सेवा की।