इन्दौर, 11 अक्टूबर सन् 2011 (कैथन्यूज़): इन्दौर धर्मप्रान्त के काँकरियाँ गाँव में,
"ध्यान आश्रम" के संस्थापक, दिव्य शब्द धर्मसमाज के पुरोहित, फादर थॉमस लिंच का सात
अक्टूबर को निधन हो गया। वे 79 वर्ष के थे। सन् 1975 ई. में फादर लिंच ने "ध्यान
आश्रम" की स्थापना की थी। विन्ध्या पर्वत के नीचे नीलगिरि, आम एवं नीम के पत्तेदार वृक्षों
से घिरे "ध्यान आश्रम" में फादर लिंच काथलिक पुरोहितों एवं धर्मबहनों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन
दिया करते थे।
ग्रामीणों को न्याय दिलाते हुए उन्होंने खुर्दा काथलिक आश्रम
की 600 एकड़ भूमि उन किसानों में वितरित कर दी थी जो उसपर कई वर्षों से खेती करते रहे
थे। काँकरियाँ में निर्धन परिवारों को रोज़गार देने के लिये उन्होंने स्थानीय खादी बोर्ड
के साथ सहयोग कर "चरखा केन्द्र" शुरु किया।
कई परिवारों के लिये उन्होंने आवास
का प्रबन्ध किया तथा अनेक परिवारों को निर्माण सामग्री उपलब्ध कराकर गाँव वासियों के
उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गाँववासियों की चिकित्सा का प्रबन्ध भी फादर ने
किया तथा उपचार के लिये उन्हें खुर्दा एवं धानी स्थित काथलिक अस्पतालों में भेजने की
व्यवस्था की।
फादर थॉमस लिंच का जन्म आयरलैण्ड में सन् 1932 ई. में हुआ था। सन्
1954 ई. में उन्होंने दिव्य धर्मसमाज में प्रवेश किया। सन् 1960 ई. में आप भारत आये तथा
पुणे स्थित दिव्य शब्द धर्मसमाज के विश्वविद्यालय में धर्मतत्त्वविज्ञान का अध्ययन करने
के बाद, सन् 1964 ई. में पुरोहित अभिषिक्त हुए।