2011-10-07 16:24:24

इंडोनेशिया के धर्माध्यक्षों के लिए संत पापा का संदेश


वाटिकन सिटी 7 अक्तूबर 2011 (सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने पंच वर्षीय पारम्परिक मुलाकात सम्पन्न कर चुके इंडोनेशिया से आये धर्माध्यक्षों को 7 अक्तूबर को वाटिकन स्थित प्रेरितिक प्रासाद में सामूहिक रूप से सम्बोधित किया। उन्होंने इंडोनेशिया के पुरोहितों, धर्मसमाजियों और लोकधर्मी समुदाय की कुशलता और समृद्धि के लिए अपनी प्रार्थना का आश्वासन दिया।

संत पापा ने कहा कि इंडोनेशिया में ख्रीस्त की मुक्ति, क्षमा और प्रेम के संदेश का प्रचार अनेक सदियों से होता रहा है। मिशनरी संवेग कलीसिया के जीवन में अपरिहार्य़ है तथा इसकी अभिव्यक्ति न केवल सुसमाचार के प्रचार में लेकिन मसीही उदारता का साक्ष्य देने में भी है। इंडोनेशियाई समाज में कलीसिया के नाम पर विभिन्न व्यक्तियों और एजेंसियों द्वारा लोगों तक ईश्वर की दया और सहानुभूति पहुँचाने के लिए किये जाते रहे प्रयासों की वे सराहना करते हैं।

संत पापा ने धर्माध्यक्षों को परामर्श दिया कि गुरूकुल छात्रों और धर्मसमाजियों को अच्छा प्रशिक्षण दिया ताकि बाद में उन्हें जो मिशन सौंपे जायें उसके लिए वे पर्याप्त रूप से समर्थ हों। उन्होंने कहा कि तेजी से बदलते इंडोनेशियाई समाज तथा आज के संसार में व्याप्त होती जटिलताओं के मध्य अच्छी तरह से प्रशिक्षित धर्मसमाजियों की जरूरत पहले के कहीं अधिक बढ़ गयी है।


संत पापा ने इंडोनेशिया की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को देखते हुए अंतर धार्मिक वार्ता तथा सुसमाचार की प्रेरणा और मार्गदर्शन के तहत जनहित के लिए अपने कार्य़ों को जारी रखने का धर्माध्यक्षों को परामर्श दिया। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों का सम्मान सुनिश्चित करनेवाली पहलों को यथासंभव समर्थन दें ताकि इससे देश में सहिष्णुता और परस्पर सौहार्द को ही बढावा मिलेगा।








All the contents on this site are copyrighted ©.