नई दिल्लीः ए.आय.सी.सी. ने ख्रीस्तीयों के उत्पीड़न की ओर मंत्री का ध्यान आकर्षित कराया
नई दिल्ली, 05 अक्टूबर सन् 2011 (कैथन्यूज़): ऑल इन्डिया क्रिस्टियन काऊन्सल ने भारत
के विभिन्न क्षेत्रों और, विशेष रूप से, कन्धामाल में ख्रीस्तीयों के उत्पीड़न के प्रति
गहन चिन्ता व्यक्त की है।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सलमान खुरशीद को लिखे
एक पत्र में काऊन्सल के महासचिव जॉन दयाल ने दावा किया कि भारत के कई राज्यों में ख्रीस्तीयों
का उत्पीड़न जारी है।
ख्रीस्तीय गिरजाघरों एवं ख्रीस्तीय समुदायों पर हमलों में
उन्होंने पुलिस के लिप्त होने का आरोप लगाया और साथ ही ख्रीस्तीयों द्वारा संचालित शिक्षण
संस्थानों एवं विभिन्न कल्याणकारी संस्थाओं में सरकार के अनावश्यक हस्तक्षेप की शिकायत
की।
उन्होंने कहा, "कन्धामाल में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के शिकार लोगों को न्याय
न मिलना, उनका पुनर्वास न होना तथा उनकी क्षतिपूर्ति नहीं होना भारत के लिये राष्ट्रीय
लज्जा का विषय है।"
"दूसरी ओर", उन्होंने कहा, "झारखण्ड और छत्तीसगढ़ में जिन
आदिवासियों ने ख्रीस्तीय धर्म का आलिंगन कर लिया है उन्हें अनुसूचित आदिवासियों को मिलने
वाली सुविधाएँ नहीं दी जा रही हैं।"
काऊन्सल ने मंत्री महोदय के समक्ष कुछ प्रस्ताव
एवं कुछ मांगें भी रखी। सामान्य तौर पर ख्रीस्तीयों की तथा, विशेष रूप से, दलित ख्रीस्तीयों
की सामाजिक आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिये उन्होंने एक विशिष्ट समिति के गठन का
प्रस्ताव किया।
साथ ही, आदिवासियों की धरोहर, भूमि तथा वन क्षेत्रों की सुरक्षा
हेतु नई नीतियों के निर्धारण का प्रस्ताव किया तथा सभी आदिवासियों एवं दलितों को उनके
धर्म का भेदभाव किये बिना सरकारी सुविधाएँ उपलब्ध कराये जाने की मांग की।