वाटिकन रेडियो संत पापा और कलीसिया के संदेशों का सच्चा वाहक बना रहे , सत्य का प्रसार
करे
वाटिकन सिटी 29 सितम्बर 2011 (सेदोक, वी आर अंग्रेजी) काथलिक कलीसिया ने 29 सितम्बर
को तीन महादूतों संत मिखायल, संत गाब्रियल और संत रफायल का महोत्सव मनाया। महादूत संत
गाब्रियल सम्प्रेषणकर्मियों और वाटिकन रेडियो के संरक्षक संत हैं। इस वर्ष वाटिकन रेडियो
की स्थापना की 80 वीँ वर्षगाँठ को देखते हुए वाटिकन सिटी स्थित माता मरिया की ग्रोटो
के सामने विशेष समारोही ख्रीस्तयाग अर्पित किया गया जिसकी अध्यक्षता वाटिकन राज्य सचिव
कार्डिनल तारचियिसो बेरतोने ने की। ख्रीस्तयाग समारोह से पूर्व वाटिकन रेडियो के महानिदेशक
फादर फेदेरिको लोम्बार्दी ने उपस्थित जन समुदाय और वाटिकन रेडियो कर्मियों की ओर से कार्डिनल
महोदय का अभिवादन किया। ख्रीस्तयाग के दौरान प्रवचन करते हुए कार्डिनल बेरतोने ने सन
1931 में वाटिकन रेडियो के प्रथम प्रसारण का स्मरण किया जब संत पापा पियुस ग्यारहवें
ने पहली बार रेडियो का उपयोग करते हुए सम्पूर्ण मानवजाति को सम्बोधित किया था और उनका
संदेश रेडियो तरंगों के माध्यम से विश्व के कोने कोने तक पहुँचा था। अपने प्रवचन में
कार्डिनल बेरतोने ने वाटिकन रेडियो के कर्मियों का आह्वान किया कि यह संत पापा और कलीसिया
का सच्चा संदेशवाहक बना रहे तथा सत्य का प्रसार करे। उन्होंने वाटिकन रेडियो के कलीसियाई
मिशन का स्मरण कराते हुए कहा कि यह सम्पूर्ण विश्व के श्रोताओं के लिए संत पापा और काथलिक
कलीसिया की शिक्षाओं के अर्थ और महत्व को तथा ख्रीस्त के संदेशों की सच्चाई को बिना कम
किये ही सुगम और सार्थक रूप से पहुँचाये। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि वाटिकन रेडियो
सम्प्रेषण के लिए कलीसियाई माध्यम बना रहे, चर्च से महत्वपूर्ण रूप से जुड़ा रहे जैसा
कि दाखलता के साथ उसकी शाखा जुड़ी रहती है। ख्रीस्तयाग समारोह में वाटिकन रेडियोकर्मियों
सहित अन्य विशिष्ट जन शामिल थे जिन्में रेडियो के आविष्कारक वैज्ञानिक गुल्येल्मो मारकोनी
की पुत्री एलेकतरा मारकोनी भी उपस्थित थीं। कार्डिनल बेरतोने ने रेडियो कार्यकर्ताओं
से कहा कि वे कलीसिया द्वारा सिखायी जाने वाली शिक्षा विशेष रूप से विश्वास और नैतिकता
से जुड़े सत्य का निष्ठापूर्वक प्रसार करें। उन्होने कहा कि हम जानते हैं कि जनमत या
पब्लिक ओपिनियन के लिए बहुत लोग संत पापा के रेडियो वाटिकन रेडियो की ओर देखते हैं जो
आधिकारिक रूप से उनके संदेशों को प्रसारित करता है। उन्होंने कहा कि दुनिया संत पापा
और कलीसिया के मध्य संवाद की स्थापना के मध्यस्थता करनेवाले काम में यह दुनियावी नहीं
बने अर्थात अनुवाद द्वारा संदेशों के वस्तुनिष्ठ तत्वों या गहन अर्थ को कम नहीं करें।
उन्होंने वाटिकन रेडियो का आह्वान किया कि मल्टीमीडिया के चुनौतीपूर्ण युग में यह सम्प्रेषण
के अन्य माध्यमों और ईकाईयों के साथ समन्वय और सहयोग करते हुए संत पापा और कलीसिया की
शिक्षा के प्रसार में साहसपूर्वक अपना योगदान देता रहे। संत पापा पियुस ग्यारहवें
ने वाटिकन सिटी परिसर में वाटिकन रेडियो केन्द्र स्थापित करने का दायित्व वैज्ञानिक मारकोनी
को सौंपा था। इसका उदघाटन संत पापा पियुस ग्यारहवें ने 12 फरवरी 1931 को किया था।