रोमः गम्भीर होने का समय आ गया है, कार्डिनल बान्यास्को
रोम, 28 सितम्बर सन् 2011 (आन्सा): इताली काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल
आन्जेलो बान्यास्को ने इटली के राजनीतिज्ञों का आह्वान किया है कि वे अपने कर्त्तव्यों
की गम्भीरता को समझें तथा अपने आचार व्यवहार में रचनात्मक परिवर्तन लायें।
सोमवार
को इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की स्थायी समिति के समक्ष किये व्याख्यान में कार्डिनल
महोदय ने कहा कि सार्वजनिक आचार व्यवहार की प्रवृत्ति अपमानजनक ही नहीं आन्तरिक रूप से
कष्टदायी भी है।
उन्होंने कहा कि "आचार व्यहवार और सार्वजनिक भाषा में आई गिरावट"
दुख की बात है, क्योंकि इससे नागरिक भावना भ्रष्ट होती है। उन्होंने कहा, "सबसे अपमानजनक
बात सार्वजनिक मान मर्यादा के विपरीत आचार व्यवहार के गवाह बनना है, जो आन्तरिक रूप से
कष्टकर है।"
कार्डिनल बान्यास्को ने उन जीवन शैलियों की ओर इंगित किया जो "व्यक्तिगत
प्रतिष्ठा और साथ ही सार्वजनिक जीवन की मर्यादा से मेल नहीं खातीं" और कहा कि एक ओर
इटली के नागरिक राजनीतिज्ञों के इस प्रकार के भ्रष्ट आचरण से निराश हैं तो दूसरी ओर अन्तरराष्ट्रीय
स्तर पर इटली की छवि बिगड़ती जा रही है।
कार्डिनल बान्यास्को ने चेतावनी दी कि
नैतिकता विहीन राजनीति "एक आसान और विलास प्रेमी अस्तित्व की संस्कृति का प्रचार कर
रही है।" इसके विपरीप आवश्यकता है "गंभीरता और बलिदान की संस्कृति की, जो ज़िम्मेदारी
का जीवन जीना सिखा सके।"
राजनीतिज्ञों का कार्डिनल महोदय ने आह्वान किया कि
वे, कम से कम नागरिकों के सम्मान हेतु अपने कर्त्तव्यों के प्रति ज़िम्मेदार, पारदर्शी
तथा आर्थिक रूप से ईमानदार बनें। उन्होंने कहा कि इटली को नयी दृष्टि एवं नवीन उत्साह
की ज़रूरत है जिसके लिये इटली के सभी नागरिक कृतसंकल्प होवें।