पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में डेंगू ज्वर का प्रभाव
लाहौर पाकिस्तान 15 सितम्बर 2011 (काथलिक न्यूज) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में डेंगू
ज्वर के कारण 18 से अधिक लोगों के मारे जाने की स्थिति को देखते हुए, श्रीलंका से विशेषज्ञों
का एक दल पाकिस्तान पहुँचा है ताकि डेंगू ज्वर बीमारी का जवाब देने के लिए गठित आकस्मिक
प्रत्युत्तर समिति की सहायता कर सके। चर्च में याजकों द्वारा ख्रीस्तयाग के दौरान लोगों
को बीमारी से बचाव के लिए विशेष दिशा निर्देश दिये जा रहे हैं। दो माह में दो ईसाईयों
सहित 18 लोगों की मौत हो चुकी है तथा लगबग 5 हजार मामले की रिपोर्टिंग की गयी है।
लाहौर
स्थित सेक्रेड हार्ट कैथीड्रल में 13 सितम्बर को विश्वासियों को सम्बोधित करते हुए विकर
जेनरल फादर एन्ड्रू निसारी ने लोगों से कहा कि सूर्योदय और सूर्यास्त के समय दरवाजों
और खिड़कियों को वे बंद रखें जब मच्छर बहुतायत में घरों में प्रवेश करते और लोगों को
काटते हैं। उन्होंने कहा कि पानी रखने के बर्त्तनों को साफ रखें और यदि बुखार हो तो पपाया
पत्ती तथा पानाडोल टैबलेट खायें।
धर्मशिक्षक अगुस्टीन गिल ने कहा कि उनकी 21
वर्षीय पुत्री के लिए खर्चीला निजी इलाज करना पडा क्योंकि डेंगू ज्वर से पीडित मरीजों
के लिए जिन अस्पतालों में सरकार द्वारा निशुल्क चिकित्सा सेवा दी जा रही है वहाँ कमरों
में मरीजों की संख्या क्षमता से अधिक है।
सर गंगा राम अस्पताल में डेंगू वार्ड
के प्रभारी डाक्टर अतीफ मसूद ने कहा कि खून की कमी एक बडी समस्या है। हमारे पास सुविधाएँ
हैं लेकिन हर मरीज को एक खूनदाता की व्यवस्था करनी है तथा अनेक लोग प्रतीक्षा कर रहे
हैं।
पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की सरकार ने 13 सितम्बर को एक आदेश जारी कर
लाहौर में सरकार और चर्च द्वारा संचालित सब स्कूलों को बन्द करने का आदेश दिया है ताकि
आगामी 10 दिनों तक दवाओं का छिड़काव किया जा सके।