जालंधर 2 सितम्बर 2011 (काथलिक न्यूज) भारत में जालंधर धर्मप्रांत की पहली धर्मप्रांतीय
धर्मसभा 30 अगस्त से 2 सितम्बर तक टूवर्डस ए रिन्यूड चर्च थ्रू द स्पिरिट एंड द वर्ड
शीर्षक के तहत सम्पन्न हुई।
जालंधर के धर्माध्यक्ष अनिल जोसेफ थोमस कूटो ने
धर्मसभा सम्पन्न होने से पूर्व दिये गये एक साक्षात्कार में धर्मप्रांतीय धर्मसभा के
मुख्य उददेश्य के बारे में कहा कि इसके द्वारा जालंधर की कलीसिया को चिंतन, विचार विमर्श
और खोज की प्रक्रिया में लाना है ताकि पवित्र आत्मा की प्रेरणा के तहत आगामी दिनों में
हम किस दिशा में आगे बढें इसकी खोज करें। धर्मसभा के बारे में उन्होंने कहा कि यह स्थानीय
कलीसिया के द्वारा प्रार्थनामय चिंतन की प्रक्रिया है। स्थानीय कलीसिया के संदर्भ में
हमारे जीवन और मिशन से संबंधित हर पहलू पर विचार विमर्श करना है। धर्मप्रांत की 21 समितियों
ने अपने विजन और मिशन वक्तव्य तथा इनकी प्राथमिकताएँ और चुनौतियों के बारे में जानकारी
दी है जिसपर विचार विमर्श किया जाएगा। धर्मसभा में लगभग 600 सदस्य भाग लेंगे।
धर्माध्यक्ष
कूटो ने धर्मसभा के फलों के बारे में कहा कि परिणाम ईश्वर के हाथ में है। इससे क्या क्या
परिवर्तन आयेगा इसे हम निर्धारित नहीं कर सकते हैं लेकिन हम अपने जीवन और मिशन से संबंधित
हर क्षेत्र में मसीही जीवन और समर्पण का नवीनीकरण कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि हम
स्वयं के प्रति ईमानदार तथा ईश्वर की कृपा के लिए खुले हैं तो ईश्वर वे सब परिवर्तन लायेंगे
जो वे हमारे जीवन में उनके उपहार के रूप में होगा और जिसकी वे इच्छा रखते हैं। धर्माध्यक्ष
कूटो ने कहा कि सिनड के द्वारा आगामी 10 साल के लिए धर्मप्रांतीय मेषपालीय योजना बनाने
के लिए सहायता मिलेगी ताकि प्रेरिताई के विभिन्न क्षेत्रों में नवीनीकरण हो सके। पुरोहितों
और धर्मसमाजियों में मिशनरी मनोभाव की वृद्धि हो, लोकधर्मियों में विश्वास प्रशिक्षण,
पल्ली की गतिविधियों में सहभागिता तथा मसीही जीवन को उत्साहपूर्व जीने के लिए संस्कारों
के बारे में गहन समझदारी का विकास। काथलिक शिक्षण संस्थाएँ वास्तव में सुसमाचार के संस्थान
बनें जो प्रभु येसु के सुसमाचार की उदघोषणा करें। राजनीतिक मामलों में भी लोकधर्मियों
की सहभागिता बढ़े ताकि मसीही समुदाय को प्रभावित करनेवाले मुद्दों को जोरदार तरीके से
सामने लाया जा सके। उनकी आशा है कि इस धर्मसभा से कलीसियाई मिशन के हर क्षेत्र में जालंधर
धर्मप्रांत का नवीनीकरण होगा।