कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेशियस द्वारा अन्ना हजारे से भूख हड़ताल समाप्त करने का आग्रह
नई दिल्ली भारत 25 अगस्त 2011 (नेतिया, वीआर वर्ल्ड) भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
ने भ्रष्टाचार विरोधी आन्दोलन के नेता अन्ना हजारे से भूख हड़ताल को समाप्त करने का आग्रह
करते हुए प्रस्ताव किया है कि उनकी माँगों पर संसद में बहस होने दें। अन्ना हजारे द्वारा
भ्रष्टाचार के विरोध में कड़े जनलोकपाल बिल लाने का आह्वान करते हुए शुरू किया गया अनशन
10 वें दिन में प्रवेश कर गया है जिसने देश भर में हजारों समर्थकों को आकर्षित किया है।
हाल के महीनों में केन्द्र सरकार के सामने घोटाले और भ्रष्टाचार के कई बडे-बड़े मामले
सामने आये हैं तथा इसके प्रभाव से देश की अर्थव्यवस्था पर भी असर हुआ है। भारतीय
काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष ओसवाल्ड ग्रेशियस
ने कहा कि यद्यपि धर्माध्यक्ष भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष का समर्थन करते हैं तथापि वे
चाहते हैं कि अन्ना हजारे भूख हड़ताल को समाप्त करें। वे अन्ना हजारे से भूख हड़ताल समाप्त
करने की अपील कर रहे हैं क्योंकि हम जानते हैं कि केवल ईश्वर ही जीवन देने तथा लेनवाले
हैं। कार्डिनल महोदय ने कहा कि अन्ना हजारे ने अपने मुख्य लक्ष्य को पा लिया है। वे भ्रष्टाचार
के मुद्दे को केन्द्रीय स्थान में लाने में सफल रहे हैं तथा हर व्यक्ति और सरकार को भी
इसके बारे में अपरिहार्य और गंभीर रूप से कदम उठाने के लिए जाग्रत किया है लेकिन इसके
साथ ही संवैधानिक व्यवस्था का भी पालन किया जाना है। कार्डिनल ग्रेशियस ने कहा कि इन
मापदंडों के मध्य समस्या का समाधान पाया जाना है। वे सब पक्षों- सरकार, अन्ना हजारे तथा
नागरिक समुदाय से भी नरम रूख, लचीलापन बनाये रखते हुए समाधान पाने के लिए काम करने का
आह्वान करते हैं जो लोगों की भलाई के लिए हो। एशिया समाचार सेवा से दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष
विन्सेंट कोंचेसाव ने कहा कि वे अन्ना हजारे के आन्दोलन का समर्थन करते हुए उनसे भूख
हड़ताल समाप्त करने का अनुरोध करते हैं। वे सब पक्षों से संवैधानिक प्रक्रियाओं और व्यवस्था
के तहत समस्या का समाधान निकालने का अनुरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार न केवल
अवैध है लेकिन अनैतिक भी क्योंकि यह लोगों की बेबसी का शोषण कर रिश्वतखोरी के लिए विवश
करता है।