मैड्रिड स्पेन 22 अगस्त 2011 (सेदोक) 26 वें विश्व युवा दिवस समारोह की समाप्ति पर रोम
लौटने से पूर्व मैड्रिड के बाराहास अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडे पर संत पापा बेनेडिक्ट 16
वें के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर संत पापा ने स्पेन के सम्राट हुआन
कारलोस तथा सरकारी, प्रशासनिक और धार्मिक अधिकारियों एवं उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित
करते हुए कहा-
प्रिय मित्रो, समय आ गया है कि मैं आपसे विदा लूँ। स्पेन और सम्पूर्म
विश्व से आये युवाओं के साथ मैड्रिड में बिताये गये ये दिन मेरे मन और दिल में गहन रूप
से अंकित हो गये हैं। सम्राट महोदय, स्पेन में पोप ने स्वयं को अपने घर में होने का अनुभव
पाया। विश्व युवा दिवस के केन्द्र सब युवाओं ने यहाँ तथा देश के विभिन्न शहरों और नगरों
में सहर्ष स्वागत पाया। स्पेन में मेरे आगमन और प्रस्थान के समय आपकी उपस्थिति और आपके
द्वारा कहे गये भावपूर्ण शब्दों के लिए धन्यवाद। इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के पहले
राष्ट्रीय, स्वायत्त क्षेत्रों तथा स्थानीय अधिकारियों द्वारा प्रदर्शित सहायता और समझदारी
के लिए मैं धन्यवाद देता हूँ। इस मीटिंग की विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों के सुचारू
रूप से सम्पन्न होने के लिए हजारों स्वयंसेवकों, पुलिस और सशस्त्र बलों, संगीत और पूजनधर्मविधि,
आवागमन, चिकित्सा सेवा और भोजन उपलब्ध कराने सहित विभिन्न प्रकार की सेवाओं द्वारा दिये
गये सहयोग के लिए मैं सबको धन्यवाद देता हूँ।
संत पापा ने कहा कि स्पेन महान
देश है जिसका खुला, विविधतापूर्ण और सम्मान से भरा समाज अपनी गहन धार्मिक और काथलिक आत्मा
का त्याग किये बिना ही आगे बढ़ने से लिए समर्थ है। महान परिणाम और प्रतिज्ञा के इस प्रकार
के व्यापक कार्यक्रम की सेवा में इन दिनों में इसने अपने तकनीकि और मानवीय संसाधनों को
प्रकट किया है अर्थात युवाओं को हमारे मुक्तिदाता येसु ख्रीस्त में और अधिक गहन रूप से
सुदृढ़ होने के लिए मदद किया है। विश्व युवा दिवस के आयोजन से जुड़े सब कलीसियाई अधिकारियों
और विभागों को विशिष्ट रूप से धन्यवाद।
संत पापा ने कहा कि विश्व युवा दिवस समारोह
में भाग लेने के लिए आये युवाओं को उनकी खुशी, उमंग और जीवंत उपस्थिति के लिए वे धन्यवाद
देते हैं। उनका आग्रह है कि इस सुंदर देश में मिले विश्वास के आनन्दपूर्ण अनुभव को वे
सम्पूर्ण विश्व में फैलायें। विशेष रूप से उनके साथ अपने आनन्द को बाँटे जो यहाँ आना
चाहते थे लेकिन विभिन्न कारणों से नहीं आ सके। अपनी समीपता और साक्ष्य से आपके मित्रों
को खोज करने के लिए सहायता करें कि ख्रीस्त को प्रेम करने का अर्थ जीवन को परिपूर्ण रूप
से जीना है।
संत पापा ने कहा कि वे बहुत खुशी और कृतज्ञता के भाव में स्पेन से
प्रस्थान कर रहे हैं। सबसे ऊपर मैं ईश्वर, हमारे प्रभु के प्रति कृतज्ञ हूँ जिन्होंने
मुझे उत्साह, आशा और कृपा से भरे इन दिनों का समारोह मनाने का अवसर प्रदान किया। विश्वास
का पर्व जिसे हमने एक साथ बाँटा है हमें ईश्वर पर महान भरोसा रखते हुए आगं बढ़ने के लिए
सक्षम बनाता है, मानव इतिहास में कलीसिया का पथ प्रदर्शन करती है। इसीलिए कलीसिया चुनौतीपूर्ण
परिस्थितियों का सामना करते हुए भी युवा और जीवन से भरी है। यह पवित्र आत्मा का काम है
जो हर युग के युवाओं के दिलों में येसु ख्रीस्त की उपस्थित करता तथा हर व्यक्ति के लिए
प्रदत्त दिव्य बुलाहट के सौंदर्य को दिखाता है। हम देख सकने में समर्थ हुए कि ख्रीस्त
की कृपा लोगों और पीढीयों के मध्य पाप द्वारा खड़ी की गयी हर प्रकार की बाधाओं और दीवारों
को गिरा देती है ताकि उन्हें एक मानव परिवार बना सके।
संत पापा ने कहा कि जब
कोई व्यक्ति मानवजाति के मुक्तिदाता, येसु ख्रीस्त के साथ साक्षात्कार होने के लिए ईमानदारी
और सच्चाई से प्रस्ताव करता है तो युवा इसका तत्पर प्रत्युत्तर देते हैं। अब जब ये युवा
सुसमाचार के मिशनरी बनकर अपने घर लौट रहे हैं वे ख्रीस्त में रोपे और निर्मित हैं तथा
विश्वास में सुदृढ़। मैं धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, धर्मसमाजियों और विशिष्ट रूप से मसीही
शिक्षकों से आग्रह करता हूँ कि वे इन युवाओं की देखभाल करें जो प्रभु के बुलावे का उत्साहपूर्वक
जवाब देना चाहते हैं। कुछ देशों में दिखाई देनेवाले विभिन्न प्रकार की बाधाओं के सामने
दिल को कमजोर करने का कोई कारण नहीं है। ईश्वर के लिए तृष्णा जिसे सृष्टिकर्ता ने युवाओं
के दिल में रखा है है वह इन सबसे कहीं अधिक ताकतवर है। प्रभु का अनुसरण करनेवालों तथा
जीवन के लिए उनसे आहार पाने के इच्छुक लोगों के लिए ऊपर से दिव्य ताकत मिलती है। येसु
की शिक्षा को इसकी पूरी समग्रता में युवाओं के सामने प्रस्तुत करने से नहीं डरें।तथा
उन्हें आमंत्रित करें कि संस्कारों का समारोह मनायें जिसके द्वारा प्रभु अपने जीवन में
भागी बनाते हैं।
संत पापा ने कहा कि रोम लौटने से पूर्व मैं स्पेन के सब नागरिकों
को विशेष रूप से विवाहित दम्पतियों, विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना कर रहे परिवारों,
जरूरतमंद और अशक्त लोगों, बुजुर्गों और बच्चों तथा बेरोजगार लोगों को अपनी निरंतर प्रार्थना
का आश्वासन देना चाहता हूँ। मैं विशिष्ट रूप से स्पेन के युवाओं के लिए प्रार्थना करता
हूँ। मुझे विश्वास है कि ख्रीस्त में अपने विश्वास के द्वारा वे समाज को अपना सर्वेक्षेष्ठ
योगदान देंगे ताकि यह महान देश वर्तमान समय की चुनौतियों का सामना कर सके और शांति, सह्दयता,
न्याय और स्वतंत्रता के पथ पर अग्रसर होना जारी ऱखे। इन्हीं मनोरथों के साथ मैं इस कुलीन
भूमि के सब बेटे बेटियों को हमारी स्वर्गीय माँ, कुँवारी माता मरिया की मध्यस्थता के
सिपुर्द करता हूँ तथा आपको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद देता हूं। आपका दिल हमेशा प्रभु के
आनन्द से भरा रहे।
26 वें विश्व युवा दिवस समारोह की समाप्ति पर संत पापा
बेनेडिक्ट 16 वें 21 अगस्त की रात्रि रोम लौट आये। काथलिक कलीसिया द्वारा घोषित अगला
अंतरराष्ट्रीय विश्व युवा दिवस समारोह सन 2013 में ब्राजील के रियो दि जिनेरो शहर में
आयोजित किया जायेगा।