स्पेन, मैडरिड, 18 अगस्त सन् 2011 (सेदोक): स्पेन की राजधानी मैडरिड के बाराजास अन्तरराष्ट्रीय
हवाई अड्डे पर गुरुवार को सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा कि ऊर्जावान युवाओं से मिलना,
उन्हें सुनना तथा उनके साथ प्रार्थना करना अत्यन्त सुखद अनुभव है।
रोम से लगभग
ढाई घण्टे की उड़ान के बाद सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें, मध्यान्ह 12 बजे मैडरिड के बाराजास
अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुँचे। सन् 2005 में काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष पद पर
आसीन होने के बाद से, इटली से बाहर, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की 21 वीं प्रेरितिक
यात्रा है, स्पेन में यह उनकी तीसरी प्रेरितिक यात्रा है जो रविवार सन्ध्या समाप्त होगी।
हवाई अड्डे पर स्पेन के शाही परिवार सम्राट हुवान कारलोस एवं महारानी सोफिया,
मैडरिड के कार्डिनल अन्तोनियो रॉको तथा स्पानी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों सहित सैकड़ो
युवाओं ने कड़ी धूप में हवाई अड्डे के इर्द गिर्द एकत्र होकर सन्त पापा का भावपूर्ण स्वागत
किया।
इस अवसर पर अपने सन्देश में सन्त पापा ने कहा कि ईश्वर में विश्वास, युवाओं
को आशा के साथ विश्व एवं उसकी समस्याओं को देखने की, शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने
कहा कि वर्तमान युग के युवा दिन प्रति दिन "सतहीपन, उपभोक्तावाद और सुखवाद, यौन की व्यापक
तुच्छता, एकात्मता की कमी एवं भ्रष्टाचार को देख रहे हैं।" उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति
में गुमराह युवा व्यक्ति केवल ईश्वर को अपनी तरफ देखकर ही सही मार्ग पर चल सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व युवा दिवस इसीलिये महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सम्मेलन युवाओं
को याद दिलाता है कि जीवन यात्रा में वे अकेले नहीं हैं। यह सम्मेलन युवाओं को उनके साथी
युवाओं से मिलने तथा उनके संग अपनी आशाओं और आकाँक्षाओं के आदान प्रदान का सुअवसर प्रदान
करता है ताकि एक साथ मिलकर वे विश्वास एवं जीवन की तीर्थयात्रा में आगे बढ़ सकें।
गुरुवार
को कड़ी धूप में भी हज़ारों की संख्या में विश्व के विभिन्न भागों से स्पेन पहुँचे युवा
तथा मैडरिड के निवासी हवाई अड्डे से प्रेरितिक राजदूतावास तक जानेवाले, 20 किलो मीटर
लम्बे मार्ग के ओर छोर, सन्त पापा की एक झलक पाने के लिये एकत्र हुए थे। जयनारों एवं
करतल ध्वनि से दर्शकों ने काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें
का हार्दिक अभिनन्दन किया। ..............................
इस जोशपूर्ण स्वागत
ने मानों बुधवार को राजधानी मैडरिड में हुए विरोध प्रदर्शनों की आवाज़ों को मन्द कर दिया।
प्रदर्शनकारी, वर्तमान आर्थिक संकट के दौर में विश्व युवा दिवस के खर्चे पर अपना विरोध
प्रकट कर रहे थे किन्तु आयोजकों का कहना है कि विश्व युवा दिवस के लिये स्पेन के सरकारी
कोष से कुछ भी नहीं लिया गया है। सारे खर्च का प्रबन्ध, कलीसिया के नेतृत्व में युवाओं
ने व्यक्तिगत तौर पर किया है।
विश्व युवा दिवस की स्थापना सन् 1985 में धन्य
सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय द्वारा की गई थी। तब से प्रति तीसरे वर्ष यह विश्व के किसी
न किसी शहर में आयोजित किया जाता रहा है। इस समय स्पेन की राजधानी मैडरिड में, 16 अगस्त
से 21 अगस्त तक जारी, विश्व युवा दिवस में सम्पूर्ण विश्व से लगभग साढ़े सात लाख युवा
प्रतिनिधि शामिल हुए हैं।
स्पेन की कुल आबादी चार करोड़ अस्सी लाख है जिनमें अस्सी
प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं।