2011-08-13 13:39:31

भारत में मुसलमान होना गर्व की बात


मुम्बई, 13 अगस्त, 2011(एशियान्यूज़) " भारत में मुसलमान होना गर्व की बात है। यह देश सचमुच एक प्रजातांत्रिक धर्मनिर्पेक्ष देश है।"

उक्त बातें मुम्बई नगरपालिका के पार्षद असिफ़ ज़कारिया ने उस समय कहीं जब उन्होंने भारत की स्वतंत्रता की 64वीँ वर्षगाँठ पुर्व ‘एशियान्यूज़’ से बातचीत की।

उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमान, पाकिस्तान के मुसलमानों या हम कहें विश्व के अन्य मुसलिम राष्ट्रों से अधिक प्रसन्न हैं।" उन्होंने कहा कि यद्यपि भारत में ‘गुजरात दंगे’ जैसी घटनायीं हुई हैं तथापि भारतीय मुसलमान समुदाय, धर्मनिर्पेक्ष भारत में स्वतंत्रता और मर्यादा का भरपूर आनन्द उठाता है। "

40 वर्षीय असिफ ज़कारिया ने कहा कि " उन्हें कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि उसके साथ भेदभाव किया जा रहा है। न ही ऐसा अनुभव हुआ कि किसी ने उन्हें नज़रअंदाज़ कर दिया या वह अल्पसंख्यक है। "

असिफ ने भारतीय मुसलमानों के बारे में बोलते हुए कहा कि उन्हें इस बात का अफ़सोस है कि भारतीय मुसलिम समुदाय अभी भी अशिक्षित है और उनके विकास की गति धीमी है। जो धनी मुसलमान हैं वे उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और सभी सुविधाओं का उपयोग करते हैं पर ग़रीब मुसलमान उन ‘नेता कहे जानेवाले लोगों’ पर आधारित हैं जो इस्लाम की शिक्षा की सच्चाई को नहीं सिखाते हैं। "

उन्होंने कहा कि मदरसा में सिर्फ़ धार्मिक ज्ञान दिया जाता है। मदरसों को चाहिये कि वे उन्हें राष्ट्र के विभिन्न मुद्दों के बारे में भी शिक्षा दें ताकि मुसलमान अधिकार और कर्त्तव्यों के प्रति जागरुक हो सकें। असिफ़ ने कहा कि " धर्म और राजनीति को कदापि एक साथ नहीं जोड़ देना चाहिये।

उन्होंने कहा " मुझे समाज की सेवा के लिये पार्षद चुना गया है और मेरा दायित्व है कि मैं समाज की सेवा करुँ न कि समुदाय विशेष की। एक प्रतिनिधि होने के नाते मुझे चाहिये कि मैं समाज में एक ऐसा स्थायी वातावरण दूँ जहाँ सहिष्णुता शांति और आपसी संबंध प्रगाढ़ हो। "

पार्षद् असिफ़ ने कहा कि आशा व्यक्त की है कि एक दिन ऐसा आयेगा जब प्रत्येक धर्म, सम्प्रदाय, जाति या समुदाय के लोग सहअस्तित्व की भावना के साथ आपसी सहिष्णुता और सौहार्दपूर्ण माहौल में जीवन जी सकेंगे।







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