होर्न ओफ अफ्रीका क्षेत्र में राहत सहायता पहुँचाने में काथलिक एजेंसियों की भूमिका
लुसाका जाम्बिया 4 अगस्त 2011 (सीएनएस) सूखा और अकाल प्रभावित होर्न ओफ अफ्रीका क्षेत्र
में मानवतावादी राहत सहायता पहुंचाने में काथलिक एजेंसियाँ अग्रणी भूमिका अदा कर रही
हैं। The Association of Member Episcopal Conferences in Eastern Africa की रिपोर्ट
के अनुसार Jesuit Refugee Service, Catholic Relief Services, Caritas Ethiopia और
Caritas Kenya उत्तरी केन्या में हजारों शरणार्थियों तथा नवम्बर माह से जल संकट का
सामना कर रहे सोमालिया में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों को मदद कर रही हैं। AMECEA
के प्रवक्ता फादर क्रिसानतुस नदागा ने काथलिक न्यूज सर्विस को बताया कि काथलिक मानवतावादी
एजेंसियों ने जिबूती और इथियोपिया में काम किया है। वे कृषि और जल संबंधी जरूरतों को
पूरा करनेवाले कार्यक्रमों का संचालन कर रही हैं। फादर नदागा ने काथलिक एजेंसियों द्वारा
चलाये जा रहे कार्यों की क्षमता और प्रयासों के बावजूद सूखे की गंभीरता तथा अपर्याप्त
फंडिंग पर चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र संघ की मानवतावादी कार्यों का संयोजन
करनेवाले विभाग ने इस स्थिति को पिछले 60 साल में क्षेत्र के लिए सबसे अधिक गंभीर खाद्य
संकट कहा है। इथियोपिया, सोमालिया और केन्या में लगभग 12 मिलियन लोगों के लिए भोजन, शुद्ध
पेय जल और बुनियादी शौचालय सुविधाएँ उपलब्ध कराने की जरूरत है जबकि सोमालिया के दक्षिणी
प्रांतों में लगभग 3.7 मिलियन लोग भूख से होनेवाली मौत के खतरों का सामना कर रहे हैं।
फादर नदागा ने कहा कि काथलिक संगठव केन्या के पूर्वी प्रांतों में काम कर रहे हैं
जहाँ ददाब शिविर में लगभग 3 लाख 90 हजार शरणार्थी हैं तथा सूखा प्रभावित सोमालिया से
प्रतिदिन लगभग 1300 लोग पहुँच रहे हैं। काथलिक राहत सहायता एजेंसियाँ, वर्ल्ड फुड प्रोग्राम
जैसी अन्य अंतरराष्ट्रीय राहत सहायता संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही हैं।