शिलोंगः हज़ारों शोकाकुलों ने दी धर्माध्यक्ष श्रद्धांजलि
शिलोंग, 3 अगस्त सन् 2011 (ऊका न्यूज़): मेघालय के शिलोंग महाधर्मप्रान्त में, मंगलवार
को, लगभग 50,000 शोकाकुल लोगों ने जोवाई के धर्माध्यक्ष विन्सेन्ट किमपत की अन्तयेष्टि
में भाग लेकर उनके प्रति श्रद्धा प्रकट की।
शनिवार को जोवाई के 64 वर्षीय धर्माध्यक्ष
विन्सेन्ट किमपत का हृदयाघात के कारण देहान्त हो गया था।
साईलीशियन धर्मसमाजी
शिलोंग के महाधर्माध्यक्ष डोमनिक जला ने अन्तयेष्टि धर्म विधि सम्पन्न की और इस अवसर
पर धर्माध्यक्ष द्वारा अर्पित सेवाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि धर्माध्यक्ष किमपत
लोगों के धर्माध्यक्ष थे जिन्होंने लघु ख्रीस्तीय समुदायों की रचना कर लोगों के बीच प्रभु
ख्रीस्त के प्रेम का प्रसार किया।
अन्तयेष्टि धर्म विधि के दौरान गुवाहाटी के
महाधर्माध्यक्ष थॉमस मेनामपरमपिल ने धर्माध्यक्ष की अचानक मौत पर गहन दुख व्यक्त किया
और कहा कि धर्माध्यक्ष किमपत का निधन भारत की उत्तरी पूर्वी कलीसिया के लिये एक महान
क्षति है।
शिलोंग महाधर्मप्रान्त के प्रतिधर्माध्यक्ष सिमोन सूँघो ने कहा कि
धर्माध्यक्ष ने अपने पुरोहितों को सदैव पारदर्शिता, सत्य और ज़िम्मेदारी का पाठ सिखाया
तथा अपने जीवन आचरण द्वारा बहुतों के लिये आदर्श बने। उन्होंने कहा, "सादगी और समर्पण
से पूर्ण अपने जीवन द्वारा उन्होंने लोगों का दिल जीता।"
धर्माध्यक्ष विन्सेन्ट
किमपत जोवाई धर्मप्रान्त के प्रथम धर्माध्यक्ष थे। मेघालय में उनका जन्म हुआ था तथा
अपने पुरोहिताभिषेक के बाद से आप मेघालय की राजधानी शिलोंग में ही अपनी प्रेरिताई का
निर्वाह करते रहे थे।