ईराक, 3 अगस्त सन् 2011 (कैथन्यूज़): एक ईराकी अदालत ने विगत वर्ष एक गिरजाघर पर आक्रमण
करनेवाले तीन व्यक्तियों को प्राणदण्ड की सज़ा सुनाई है।
ईराक की सुफ्रीम ज्यूडिशियल
काऊन्सल के प्रवक्ता अब्दुल सत्तार बरकदार ने दो अगस्त को बताया कि इन तीन व्यक्तियों
के अतिरिक्त एक चौथे व्यक्ति को 20 वर्षीय कारावास की सज़ा दी गई है।
दोषी पाये
गये व्यक्ति एक माह के भीतर अपील दायर कर सकते हैं।
विगत वर्ष अक्टूबर माह में
बगदाद के "आवर लेडी ऑफ साल्वेशन चर्च" पर कुछ बन्दूकधारियों ने गोलियाँ चला दी थी। उन्होंने
गिरजाघर के पुरोहित तथा 68 श्रद्धालुओं पर गोलियों की बौछार कर उन्हें मार डाला था।
ग़ौरतलब है कि सन् 2003 में अमरीका द्वारा ईराक पर आक्रमण के बाद से देश के
ख्रीस्तीयों पर क्रमबद्ध ढंग से हिंसक आक्रमण होते रहे हैं। कई गिरजाघरों को ध्वस्त कर
दिया गया है या आग के हवाले कर दिया गया है।
ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के चलते
हज़ारों ईराकी ख्रीस्तीय धर्मानुयायी देश से पलायन के लिये बाध्य हुए हैं। इस समय ईराक
में साढ़े आठ लाख ख्रीस्तीय धर्मानुयायी हैं। यह संख्या सन् 2003 से पहले 15 लाख हुआ
करती थी।