ईराकः किरकूक के गिरजाघर पर विस्फोट से ख्रीस्तीय दुखी एवं आश्चर्यचकित
ईराक, 3 अगस्त सन् 2011 ( एशियान्यूज़): ईराक में किरकूक के काथलिक महाधर्माध्यक्ष लूईस
साको ने कहा है कि मंगलवार को किरकूक के एक गिरजाघर में हुए बम विस्फोट से यहाँ के ख्रीस्तीय
धर्मानुयायी अत्यन्त दुखी एवं आश्चर्यचकित हैं।
सोमवार को मुसलमानों के पवित्र
महीने रमादान की शुरुआत के तुरन्त बाद मंगलवार को किरकूर स्थित होली फेमिली सिरो काथलिक
चर्च पर बम विस्फोट हुआ जिसमें 23 व्यक्ति घायल हो गये हैं तथा आसपास के लगभग तीस मकान
क्षतिग्रस्त हो गये हैं।
अस्पताल में घायलों की भेंट के उपरान्त महाधर्माध्यक्ष
साको ने एशिया समाचार से कहा कि रमादान के पवित्र माह की शुरुआत के समय इस तरह के आक्रमण
से "किरकूक के ख्रीस्तीय धर्मानुयायी दुखी एवं आश्चर्यचकित हैं क्योंकि एक पवित्र स्थल
एवं निर्दोष व्यक्तियों पर बेवजह आक्रमण किया गया।" उन्होंने बताया कि विस्फोट में अनेक
कारें जल गई हैं तथा आसपास के क्षेत्र को घोर क्षति पहुँची है।
उन्होंने कहा,
"आक्रमण गहन दुख का कारण बना है क्योंकि यह उपवास, प्रार्थना और मनपरिवर्तन के काल में
किया गया। इससे हमें सदमा पहुँचा है क्योंकि ख्रीस्तीय धर्मानुयायी, शहर के राजनैतिक
दाँव-पेच, सत्ता और उसकी आर्थिक रुचियों से दूर ही हैं। हम केवल वार्ताओं एवं कल्याण
की बात सोचते हैं तथा प्रत्येक साथ हमारे सम्बन्ध अच्छे हैं।"
ग़ौरतलब है कि नौ
लाख की आबादी वाला ईराक का किरकूक शहर अरबियों, तुर्कियों एवं कुर्दियों के बीच जातिगत
एवं राजनैतिक संघर्ष का केन्द्र बना हुआ है। कुर्दी लोग चाहते हैं कि शहर कुर्दीस्तान
का हिस्सा बने जबकि अरबी और तुर्की ईराक की केन्द्रीय सरकार के साथ जुड़े रहना चाहते
हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार मंगलवार को किरकूर स्थित होली फेमिली सिरो काथलिक
चर्च पर बम विस्फोट के बाद शहर के एवेन्जेलिकल चर्च के निकट एक और बम पाया गया था।