मुम्बईः एक हज़ार से अधिक भारतीय युवाओं को मैडरिड विश्व युवा में शामिल होने की आशा,
कार्डिनल के अनुसार भारतीय युवा बहुलवाद, शांति एवं मैत्री के सन्देशवाहक
मुम्बई, 2 अगस्त सन् 2011 (एशियान्यूज़): स्पेन के मैडरिड शहर में, 15 से 21 अगस्त तक,
काथलिक कलीसिया द्वारा आयोजित "विश्व युवा दिवस" में केरल से 110 तथा मुम्बई महाधर्मप्रान्त
से 240 काथलिक युवाओं सहित लगभग एक हज़ार भारतीय युवा भाग लेंगे।
मुम्बई में,
इस बात की घोषणा करते हुए, मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑसवल्ड ग्रेशियस ने कहा
कि ये युवा, विश्व के समक्ष बहुलवाद, शांति एवं मैत्री सम्बन्धी भारत का सन्देश ले जायेंगे।
मुम्बई के उपनगर बान्द्रा में रविवार को ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन करते हुए
कार्डिनल महोदय ने युवाओं से अपील की कि वे, "भारत की बहुलवादी एवं विविध संस्कृति से
सम्पन्न समृद्ध धरोहर को विश्व के समक्ष प्रस्तुत करें। ऐसी धरोहर जहाँ धार्मिक एवं सांस्कृतिक
विविधता की रक्षा की जाती तथा उसका सम्मान किया जाता है ताकि विभिन्न धर्मों के अनुयायियों
के बीच शांति और मैत्री से परिपूर्ण सहअस्तित्व बना रहे।"
इस बीच, कोलकाता से
प्राप्त समाचारों में बताया गया है कि स्पेन में विश्व युवा दिवस के समारोहों में जाने
के इच्छुक लगभग 600 युवाओं को दफ्तरशाही के कारण मुम्बई तथा दिल्ली में वीज़ा हासिल करने
में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भारत के एक राष्ट्रीय युवा अनुप्राणक
ने अपना नाम न बताने की शर्त पर कहा कि भारत स्थित स्पानी राजदूतावास वीज़ा देने में
अड़चनें उत्पन्न कर रहा है। उनके अनुसार स्पेन के अधिकारियों को आशंका है कि बहुत से
युवा भारत के समृद्ध वर्ग के नहीं हैं और ऐसी स्थिति में वे शरणार्थियों के रूप में स्पेन
में ही रुक सकते हैं।
उन्होंने बताया कि भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन, साईलिशियन
धर्मसमाज तथा येसु धर्मसमाज ने सम्पूर्ण भारत के 13 क्षेत्रों से लगभग 1200 युवाओं को
एकत्र किया है तथा कई महीनों तक उन्हें इस यात्रा के लिये आध्यात्मिक रूप से तैयार किया
है।
केवल युवाओं को ही नहीं अपितु चार पुरोहितों को भी अब तक वीज़ा नहीं मिल
पाया है।
भारतीय युवा प्रतिनिधि मण्डल सात अगस्त को स्पेन के लिये रवाना होनेवाला
है।