गुवाहाटी, 1 अगस्त, 2011 (कैथन्यूज़) मेघालय के जोवई धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष विन्सेंट
किम्पात की मृत्यु 30 जुलाई शनिवार को 3 बजे अपराह्न स्थानीय सिविल अस्पताल में हो गयी।
वे 65 वर्ष के थे।
1 अगस्त सोमवार को जोवाई के बिशप्स हाउस में 12 बजे अपराह्न
सम्पन्न हुआ और उसके शव को जोवाई के संत तेरेसा महागिरजाघर में दफनाना गया।
शिलौंग
के विकर जेनरल सिमेओन सुन्गोह के अनुसार धर्माध्यक्ष की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से
हो गयी।
घटना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि धर्माध्यक्ष जब पूर्वनिर्धारित
सभा के लिये नहीं आये तो उन्हें बुलाने एक पुरोहित उनके आवास पहुँचा तो पाया कि धर्माध्यक्ष
विन्सेंट बाथरुम में अचेतावस्था में पड़े हुए हैं। उन्हें तुरन्त अस्पताल पहुँचाया गया
जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया।
शिलौंग के महाधर्माध्यक्ष दोमिनिक जाला
ने धर्माध्यक्ष विन्सेंट के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
धर्माध्यक्ष
विन्सेंट किम्पात का जन्म 17 दिसंबर सन् 1946 ईस्वी में हुआ था। आपका पुरोहिताभिषेक सन्
1977 ईस्वी में ख्लियेरियत में हुआ और सन् 2006 ईस्वी में आपको धर्माध्यक्ष बनाया गया
था।
आपने दर्शनशास्त्र की पढ़ाई शिलौंग में और ईशशास्त्र की शिक्षा तमिलनाडू
प्राप्त की थी। रोम के सलेशियानुम से आपने धर्मशिक्षा पर विशेष डिग्री हासिल की थी।
धर्माध्यक्ष
बनने के पूर्व आपने कई स्थानों में सहायक पल्ली पुरोहित के रूप में अपना योगदान दिया
था धर्माध्यक्ष नियुक्ति के पूर्व आप शिलौंग धर्मप्रांत में लोकधर्मी प्रशिक्षण केन्द्र
के निदेशक थे। धर्माध्यक्ष विन्सेंट की मृत्यु पर मेघालय के शिक्षामंत्री आर.सी लालू,
जोवाई के पूर्व विधायक सिंह मूलियेह और रिमबाई के पूर्व विधाय सिमोन सियांगशाई ने भी
अपने शोक व्यक्त किये हैं।