कोतोनाव, बेनिन, 23 जुलाई, 2011 (ज़ेनित) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें नवम्बर माह में
अफ्रीकी देशों के अपने दौरा के दरमियान उन्हें अपना " ऐतिहासिक संदेश " देंगे।
उक्त
बातें संत पापा की प्रेरितिक यात्रा की प्रबंधक समिति के निदेशक मोनसिन्योर यूजीन हाउदेकोन
ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि " 18 से 20 नवम्बर तक होने वाले बेनिन दौरे में
संत पापा अपने प्रेरितिक प्रोत्साहन के द्वारा सन् 2009 में अफ्रीकी धर्माध्यक्षों की
विशेष सभा का विधिवत् समापन करेंगे।"
मोनसिन्योर यूजीन ने बताया कि यह संत पापा
की बेनिन की पहली यात्रा होगी। इसके पूर्व संत पापा धन्य जोन पौल द्वितीय ने सन 1982
और 1983 ईस्वी में बेनिन की यात्रा की थी।
उन्होंने बताया कि संत पापा के बेनिन
जाने के दो लक्ष्य हैं पहला - बेनिन सुसमाचार प्रचार की 150वीं जयन्ती मना रहा है।
दूसरा
अपने एक मित्र कार्डिनल बेरनार्दि गंतीन के यादगारी में मनाये जाने वाले मनाना जिनकी
मृत्यु सन् 2008 में हो गयी थी। कार्डिनल बेरनार्दिन गंतीन कॉलेज ऑफ कार्डिनल्स के पूर्व
डीन थे जिनके साथ संत पापा ने नजदीकी से कार्य किया था।
उन्होंने याद बताया कि नवम्बर की यह यात्रा संत पापा की दूसरी अफ्रीकी यात्रा होगी।
पहली यात्रा संत पापा ने सन् 2009 में की थी तब वे कैंमरून और अंगोला गये थे।
उन्होंने
अफ्रीकी राष्ट्रों से अपील की थी कि वे शांति न्याय और मेल-मिलाप के लिये कार्य करें।
उन्होंने यह भी कहा था कि हिंसा, मृत्यु, भूखमरी, गृहयुद्ध, असहिष्णुता आदि जो ईश्वरीय
योजना के विपरीत हैं।
मोनसिन्योर हावडेकुन ने आशा व्यक्त की है संत पापा का बेनिन
जाना एक ऐतिहासिक अवसर होगा जब वे अफ्रीका महादेश के 54 राष्टों को एक साथ संबोधित करेंगे।
संत पापा का दौरा न केवल काथलिकों के लिये अर्थपूर्ण होगा वरन् बेनिन के लोग
‘ख्रीस्तीय परिवार’ की एक झलक प्राप्त कर पायेंगे।
संत पापा ने लोगों से प्रार्थना
की अपील की है ताकि उनकी यात्रा सफल हो सके।