येसु के साथ निजी संबंध पुरोहितों को ऊर्जा प्रदान करता है
(2 जुलाई सेदोक) वाटिकन प्रवक्ता फादर फेदेरिको लोम्बार्दी ने साप्ताहिक सम्पादकीय ओक्तावा
दियेस में कहा है कि संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने अपनी पुरोहिताभिषेक की 60 वीं वर्षगाँठ
तथा प्रेरित संत पेत्रुस और संत पौलुस के पर्व दिवस पर दिये गये प्रवचन में बाइबिल के
कथन सेवक नहीं लेकिन मित्र का संदर्भ प्रस्तुत किया था जो एक पुरोहित के रूप में उनकी
आध्यात्मिकता की गहन अभिव्यक्ति थी। गौर करनेवाली बात है येसु के साथ निजी संबंध पर बल
देना वही येसु जिन्होंने उन्हें पुरोहिताभिषेक के समय अपने उस सर्कल में आमंत्रित किया
जो अंतिम ब्यालू के समय उपस्थित थे। यह संबंध इतना अंतरंग बन जाता है कि पुरोहित ईमानदारीपूर्वक
प्रथम वचन में मैं कहता है जब वह येसु के नाम में उनके ही शब्दों को मेलमिलाप का संस्कार
प्रदान करते समय तथा यूखरिस्त बलिदान अर्पित करते समय उच्चारित करता है। पुरोहित अभिषेक
के दिन से ही संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें पौरोहितिक प्रेरिताई की लम्बी यात्रा पर हैं।
वे विभिन्न कलीसियाई भूमिकाओं को निभाते हुए अपनी जिम्मेदारी पूरी करते रहे हैं। उन्होंने
कहा कि 60 वर्षों की निष्ठा का समारोह सरल रूप से मनाया गया क्योंकि यह उपहार है न कि
उपलब्धि। यह सम्पूर्ण कलीसिया के लिए तथा विशिष्ट रूप से पुरोहितों के लिए उपहार है।
संत पापा अपने शब्दों और उदाहरण से पुरोहितों को सदैव स्मरण कराते हैं कि येसु के साथ
निजी संबंध ही उन्हें उनकी बुलाहट तथा पुरोहिताई के लिए ताकत और उत्साह देता है।