गोवा, 27 जून सन् 2011 (ऊका समाचार): गोवा में नशीली दवाओं और शराब के बढ़ते दुरुपयोग
को रोकने के लिये कलीसियाई अधिकारियों ने गोवा के सरकारी अधिकारियों से कठोर कार्रवाई
की मांग की है।
शनिवार को नशीली दवाओं के सेवन और अवैध मादक पदार्थों की तस्करी
के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अंतर्राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में सामाजिक
न्याय एवं शांति हेतु गठित गोवा धर्मप्रान्तीय समिति ने नशीली दवाओं और शराब की बिक्री
को कम करने का आग्रह किया।
धर्मप्रान्तीय समिति के कार्यकारी सचिव फादर मेवरिक
फर्नांडीस ने कहा कि अवैध ड्रग्स और अल्कोहल की खपत पर प्रतिबंध लगाने में राज्य की विफलता
के कारण ही परिवारों में झगड़ों सघन हुए हैं तथा पर्यटकों में मादक पदार्थों से संबंधित
मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा, "दुर्भाग्यवश, गोवा सरकार
मादक दवाओं और शराब को जमा करने तथा पुलिस इसके व्यापार से संलग्न रहने के लिए खबरों
में रही है।"
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर
सरकार "नशे को बढ़ावा देने," में लगी रही है। उन्होंने कहा कि शराब और नशीली दवाओं का
दुरुपयोग व्यक्तिगत प्रदर्शन को प्रभावित कर रहा है तथा परिवारों की शांति को नष्ट कर
रहा है।
इसके अतिरिक्त, सड़क दुर्घटनाएं, पानी में डूबने की दुर्घटनाएँ तथा असामाजिक
गतिविधियाँ बढ़ रही हैं तथा आम आदमी की मुश्किलों को बढ़ा रही हैं।
कलीसियाई
अधिकारियों ने जनता से भी आग्रह किया कि वह सार्वजनिक समारोहों में शराब की खपत को हतोत्साहित
करने की दिशा में काम करे तथा एक स्वस्थ संस्कृति को बढ़ावा दे।