संत पेत्रुस और संत पौलुस एसोसियेशन के सदस्यों के लिए संत पापा का संदेश
(वाटिकन सिटी 25 जून सेदोक) संत पापा पौल षष्टम ने 15 सितम्बर 1970 को पालाटाइन गार्डस
ईकाई को समाप्त कर दिया जो पेपल स्टेटस की मिलिटरी ईकाई होती थी तथा रोम के पतन के बाद
से समारोही ईकाई के रूप में अपना काम जारी रखी थी। उन्होंने इसके स्थान में संत पेत्रुस
और संत पौलुस एसोसियेशन की स्थापना की जिसके स्वयंसेवक संत पापा के पूजनधर्मविधि समारोहों
सहित संत पेत्रुस बासिलिका में तीर्थयात्रियों की सहायता करते हैं। यह एसोसियेशन वाटिकन
स्थित " सान्ता मारथा चिकित्सा केन्द्र " और मिशनरीज औफ चारिटी सिस्टर्स द्वारा संचालित
" दोनो दि मारिया " केन्द्र सहित परोपकार के विभिन्न कार्यों को वित्तीय और मानवीय सहायता
उपलब्ध कराता है। इस एसोसियेशन की स्थापना की 40 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर शनिवार 25
जून को वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने सदस्यों के लिए संत पेत्रुस
बासिलिका में समारोही ख्रीस्तयाग अर्पित किया। उन्होंने एसोसियेशन की आध्यात्मिकता और
कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए सदस्यों का उत्साहवर्द्धन किया। ख्रीस्तयाग समारोह के
अंत में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने इस एसोसियेशन के लगभग दो हजार सदस्यों को सम्बोधित
किया। उन्होंने एसोसियेशन में शामिल होने के इच्छुक सदस्यों को दो साल तक दिये जानेवाले
आध्यात्मिक प्रशिक्षण की सराहना करते हुए कहा कि उनके काम के लिए गहन प्रेरणा की जरूरत
होती है जिसका सतत नवीनीकरण गहन आध्यात्मिक जीवन से होता है। ख्रीस्तीय उदारता की भावना
में लोगों को सहायता देने के लिए विनम्रता तथा विश्वास का दर्शन होना अत्यावश्यक है।
संत पापा ने पल्लियों में सक्रिय रूप से सहभागिता निभाने के लिए एसोसियेशन के सदस्यों
की सराहना की। उन्होंने कहा कि सब कलीसियाई संघो और संगठनों को सबसे पहले अपने सदस्यों
के प्रशिक्षण पर ध्यान देना चाहिए, जो पल्लियों के विकल्प या स्थानापन्न रूप में नहीं
हों, लेकिन उनके साथ सामंजस्य में काम करें। संत पेत्रुस और संत पौल एसोसियेशन के सदस्यों
ने 29 जून को संत पापा के पुरोहित अभिषेक की 60 वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में चासुबल
अर्थात ख्रीस्तयाग के समय पहनने वाला उपरी परिधान उपहार में दिया।