2011-06-24 17:41:18

आर ओ ए सी ओ- के सदस्यों के लिए संत पापा का संदेश


(वाटिकन सिटी 24 जून सेदोक) पूर्वी कलीसियाओं के लिए सहायता एजेंसियों के रियूनियन ( आर ओ ए सी ओ- रोआको) की 84 वीं मीटिंग 21 से 24 जून तक वाटिकन में सम्पन्न हो रही है। पूर्वी कलीसियाओं के धर्मसंघ द्वारा 1968 में स्थापित आर ओ ए सी ओ वह समिति है जो विभिन्न देशों की फंडिग एजेंसियों को संयुक्त करती है। यह प्रार्थनालयों का निर्माण, स्कोलरशिप देना, अध्ययन और प्रशिक्षण केन्दों का निर्माण करना एवं सामाजिक और चिकित्सा सेवा केन्द्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में कलीसियाई जीवन को सहायता उपलब्ध कराने के लिए धन उपलब्ध कराती है।

संत पापा ने इस समिति के सदस्यों को 24 जून को वाटिकन में सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व के देशों में हो रहे परिवर्तनों पर समिति सदस्यों द्वारा किये गये चिंतनों के लिए वे उन्हें धन्यवाद देते हैं। कोपटिक काथलिक कार्डिनल प्राधिधर्माध्यक्ष, मारोनाइट रीति के प्राधिधर्माध्यक्ष, येरूसालेम में परमधर्मपीठीय प्रतिनिधि और पवित्र भूमि के फ्रांसिस्कन प्रभारी के द्वारा अबतक मिले संदेशों के द्वारा धर्मसंघ तथा अन्य एजेंसियाँ इस क्षेत्र के लोगों और कलीसिया की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन करने में समर्थ हो सकेंगी जो विश्व शांति और क्षेत्र में स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
संत पापा ने कहा कि वे अपनी समीपता व्यक्त करते हैं और समिति सदस्यों के माध्यम से उन सब लोगों के प्रति अपनी निकटता व्यक्त करते हैं जो पीडित हैं तथा जो लोग निरूत्साहित होकर बचने का प्रयास कर रहे हैं और इस तरह से प्रवसन को बढ़ा रहे हैं जो बहुधा आशारहित होती है। उन्होंने कहा उनकी प्रार्थना है कि लोगों को जरूरी आकस्मिक सहायता मिले तथा मध्यस्थता करने के हर संभव उपाय खोजे जायें ताकि हिंसा पर रोक लगे तथा सब जगह व्यक्ति के निजी अधिकारों सहित समुदायों के अधिकारों के प्रति सम्मान दिखाते हुए सामाजिक सौहार्द एवं शांतिमय सहअस्तित्व की स्थापना हो।
संत पापा ने कहा कि वर्तमान प्रयासों और कठिनाईयों से मिल रहे समय के संकेतों को समझने में सतत प्रार्थना और चिंतन के द्वारा मदद मिले और ईश्वर इन्हें लोगों के हित में बदल दें।








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