सान मरीनो गणतंत्र की मेषपालीय यात्रा के समय देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से
पूर्व संत पापा द्वारा दिया गया संदेश
(वाटिकन सिटी 20 जून सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रविवार 19 जून को सान मारिनो
गणतंत्र की यात्रा की। उन्होंने सान मारिनो मोंतेफेलतरो धर्मप्रांत का एक दिवसीय दौरा
किया जो इटली के अंदर उनकी 23 वीं मेषपालीय यात्रा थी। इटली की सीमा से घिरा सान मारिनो
एक अतिप्राचीन लघु स्वतंत्र गणतंत्र है जिसका क्षेत्रफल मात्र 61 वर्गकिलोमीटर है तथा
आबादी लगभग 30 हजार है। यहाँ ईसाई धर्म के पहुँचे लगभग 17 सौ वर्ष हो चुके हैं। सम्राट
डायक्लासियन के घोर अत्याचार से बचने के लिए संत मार्टिन ने माऊंट टीटान पर्वत माला की
सात पहाडियों में से एक में आश्रय लिया था। संत मार्टिन और लियो के प्रयास से इस क्षेत्र
में ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार हुआ। सान मरीनो गणतंत्र के निवासियों के सामाजिक, आर्थिक
सांस्कृतिक और राजनैतिक जीवन में ईसाई धर्म और लोकतांत्रिक जीवन मूल्यों का गहरा असर
है।
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रविवार 19 जून को सान मरीनो के सेरावाल्ले
ओलम्पिक स्टेडियम में आयोजित सार्वजनिक समारोही ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता की जिसमें लगभग
22 हजार विश्वासियों ने भाग लिया। उन्होंने समारोही ख्रीस्तयाग के अंत में देवदूत संदेश
प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व विश्वासियों को इताली भाषा में सम्बोधित करते हुए कहा-
अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
जैसा कि हम इस समारोह का समापन करते हैं दोपहर
का समय हमें आमंत्रित करता है कि कुँवारी माता मरियम की ओर मुखातिब होकर प्रार्थना करें।
इस भूमि में पवित्रतम माता मरिया की आराधना और वंदना विभिन्न प्राचीन और आधुनिक तीर्थालयों
में की जाती है। मैं सान मरीनो के सबलोगों और मोन्तेफेलतरिनो के जनसमुदाय तथा विशेष रूप
से जो आत्मा और शरीर में पीड़ित हैं उन्हें माँ मरिया की मध्यस्थता के सिपुर्द करता हूँ।
इस समय मैं विशेष रूप से उन सबको धन्यवाद देना चाहता हूँ जिन्होंने मेरी इस यात्रा के
लिए आयोजन और तैयारी करने में अपना योगदान दिया है। मैं दिल की गहराई से आपको धन्यवाद
देता हूँ।
संत पापा ने आगे कहा- यह स्मरण करते हुए मुझे खुशी है कि आज फ्रांस
के डाक्स में डोटर ओफ चारिटी धर्मसमाज की सिस्टर मार्गरीता रूतान को धन्य घोषित किया
गया। 18 वीं सदी के उतरार्द्ध में उन्होंने डाक्स के अस्पताल में महान समर्पण के साथ
काम किया लेकिन क्रांति के बाद होनेवाले त्रासदीपूर्ण अत्याचार में उन्हें उनके काथलिक
विश्वास और कलीसिया के प्रति निष्ठा के कारण मृत्युदंड की सजा दी गयी। मैं आध्यात्मिक
रूप से डोटर ओफ चारिटी धर्मसमाज तथा डाक्स के सब विश्वासियों की खुशी में सहभागी हो रहा
हूँ जो निर्धनों के लिए ख्रीस्त के प्रेम का आलोकित करनेवाला साक्ष्य सिस्टर मार्गरीता
रूतान की धन्य घोषणा समारोह में भाग ले रहे हैं।
मैं अंततः सबको यह स्मरण कराना
चाहता हूँ कि कल विश्व शरणार्थी दिवस है। इस अवसर पर, अत्याचार से बचने तथा अपने देशों
से विवश होकर पलायन करनेवाले लोगों की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय संविदा को स्वीकार
किये जाने की हम 60 वीं वर्षगाँठ मना रहे हैं। मैं सब नागरिक अधिकारियों और सदइच्छावाले
भले लोगों से आग्रह करता हूँ कि शरणार्थियों का स्वागत करें तथा उनके जीवन जीने के लिए
मर्यादापूर्ण परिस्थितियाँ सुनिश्चित करें जब तक वे स्वतंत्र और सुरक्षित रूप से अपनी
मातृभूमि लौट नहीं जाते हैं।
इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना
का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।