फादर जेम्स थोप्पिल को कोहिमा धर्मप्रांत का धर्माध्यक्ष नियुक्त किये जाने का स्वागत
(काथलिक न्यूज) भारत में नागालैंड के काथलिकों ने संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा
52 वर्षीय फादर जेम्स थोप्पिल को कोहिमा धर्मप्रांत का धर्माध्यक्ष नियुक्त किये जाने
का स्वागत किया है। सन 2009 में धर्माध्यक्ष जोस मुकाला द्वारा स्वास्थ्य संबंधी कारणों
से इस्तीफा देने के बाद यह पद दो साल तक रिक्त रहा। धर्माध्यक्ष मनोनीत फादर जेम्स इस
समय मेघालय राज्य की राजधानी शिलौंग स्थित ओरियन्स थियोलोजिकल कालेज के रेक्टर हैं। वे
सन 1980 में स्थापित कोहिमा धर्मप्रांत के तीसरे धर्माध्यक्ष होंगे। कोहिमा धर्मप्रांत
में काथलिकों की संख्या 58 हजार से कुछ अधिक है। धर्माध्यक्ष मनोनीत फादर थोपिल
ने कहा कि उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती नगालैंड राज्य में ख्रीस्तीय जीवन को गहन और मजबूत
बनाना होगी जिसकी सीमाएँ म्यांमार के साथ हैं और जहाँ जनजातीय लडाकाओं ने सदियों से संघर्ष
छेड़ रखा है। उत्तर पूर्वी भारत के ईसाई बहुल तीन राज्यों में नगालैंड एक है जहाँ 16
प्रमुख जनजातियों के मध्य विभिन्न प्रकार की भाषा और बोलियों की भिन्नता है और संघर्ष
का यह भी एक कारण है। क्षेत्र में एचआईवी एडस बीमारी का संक्रमण सहित अपहरण, डकैती और
ड्रग संबंधित हिंसा सामान्य समस्याएँ हैं। फादर थोपिल ने कहा कि उन्होंने नयी नियुक्ति
को बहुत प्रार्थना और चिंतन के बाद स्वीकार किया है और वे जानते हैं कि काम बहुत कठिन
होगा। युवाओं के निदेशक और पीस चैनल के संस्थापक फादर अन्तो चोवारम ने फादर जेम्स
की कोहिमा के धर्माध्यक्ष पद पर नियुक्ति पर कहा कि नये धर्माध्यक्ष महान नैतिक मूल्यों
वाले व्यक्ति हैं, उनमें प्रशासनिक क्षमता है तथा उनका विश्वास है कि वे धर्मप्रांत को
नयी ऊँचाईयों तक ले जायेंगे। धर्मप्रांत में सुसमाचार प्रचार के निदेशक फादर बेन्नी वर्गीस
ने नये धर्माध्यक्ष की सराहना करते हुए कहा कि वे विशेषज्ञ तथा स्पष्ट विचार वाले व्यक्ति
हैं।