विश्व की समस्याओं पर काथलिक युवाओं का विचार विमर्श
(नई दिल्ली 17 जून काथलिक न्यूज) लगभग 60 देशों के 80 युवा काथलिक विद्यार्थी भारत
के नई दिल्ली में हैं ताकि विश्व के सामने प्रस्तुत पर्यावरण संबंधी चिंताएं, हिंसा और
मानव व्यापार जैसे सामाजिक मुद्दों का जवाब देने के लिए अपनी भूमिका पर विचार विमर्श
कर सकें। यह सम्मेलन इंटरनेशनल यंग काथलिक स्टूडेंटस (आईवाईसीएस) फोरमेशन सेशन और 14
वें वर्ल्ड कौंसिल का अंग हैं जो 16 से 27 जून तक नई दिल्ली में आयोजित किया गया है।
विभिन्न संस्कृतियों का प्रदर्शन करते प्रतिभागी युवा विद्यार्थी क्राइसिस एंड कानफ्लिक्ट
इन द वर्ल्ड- स्टूडेंटस ओफरिंग होप शीर्षक पर विचार विमर्श करेंगे। 12 दिवसीय कार्यक्रम
का शुभारम्भ रंगारंग सांस्कृतिक प्रोग्राम के साथ 16 जून को हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि
भारतीय सांसद फ्रांसिस्को सारदिन्हा ने प्रतिभागियों से आग्रह किया वे ऐसा समाज बनायें
जो भेदभाव और भ्रष्टाचार से मुक्त हो। टोगो के आईवाईसीएस महासचिव एडुआर्डो काउतसावा
ने कहा कि बेहतर विश्व बनाने के लिए हम पर महान जिम्मेदारी है। हमें नये विश्व के लिए
नयी आशा और नया परिप्रेक्ष्य अर्पित करना है। यंग काथलिक स्टूडेंट एशिया के संयोजक फिलीपीन्स
के रेयना क्लेमेना देलोसा ने कहा कि इस प्रकार के प्रोग्राम युवाओं के मध्य जागरूकता
का प्रसार करने में सहायक होंगे। विचार विमर्श के दौरान पर्यावरण, ड्रग्स और हिंसा जैसे
प्रमुख मुददों पर चर्चा की जाएगी तथा विद्यार्थी अपने अनुभवों को बांटेंगे। उन्होंने
कहा कि यह प्रशिक्षकों के समूह को प्रशिक्षित करने जैसा होगा क्योंकि ये युवा सामाजिक
मुददों का प्रत्युत्तर देने में सक्रिय भूमिका निभायेंगे। नाईजीरिया से आये पुरोहित जेम्स
नानबोक ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज को बदलने में मदद करेंगे क्योंकि विभिन्न
देशों के युवा एक दूसरे की संस्कृति का बेहतर ज्ञान पा सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारों
को इस प्रकार के कार्यक्रमों तथा युवाओं के विकास में और अधिक धन का निवेश करना चाहिए।