पाकिस्तान में ईसाई युवती के अपहरण पर यू एन ओ द्वारा जाँच करने की माँग
(वाटिकन सिटी सीएनएस) जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र संघ की मानवाधिकारों संबंधी एजेंसी
में वाटिकन के पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष सिल्वानो तोमासी ने संयुक्त राष्ट्र संघ एजेंसी
का आह्वान किया है कि वह 24 वर्षीय पाकिस्तानी ईसाई युवती फराह हातिम के मामले की जाँच
करे जिसका अपहरण करने के बाद बलात विवाह और धर्मांतरण कराने के बाद मुसलमान बनाया गया।
उन्होंने कहा कि हातिम का अपहरण और मुसलमान बनाने के लिए बलात धर्मांतरण पाकिस्तान में
अंतःकरण और धर्म की स्वतंत्रता के दुरूपयोग को दर्शाती है। उन्होंने 15 जून को फीदेस
समाचार सेवा को दिये एक साक्षात्कार में उक्त टिप्पणी की। फीदेस समाचार के अनुसार पेशे
से नर्स हातिम का 8 मई को राहिम यार खान शहर में एक मुसलमान द्वारा विवाह करने और बलात
धर्मांतरण करने के उददेश्य से अपहरण कर लिया गया था। महाधर्माध्यक्ष तोमासी ने कहा कि
हातिम का अपहरण इसी तरह के अनेक मामलों में से एक है और पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता
एक जटिल समस्या है। उन्होंने कहा कि काथलिक चर्च, मानवाधिकार संगठन और अन्य कुछेक
सरकारी अधिकारी फराह हातिम की रिहाई के लिए कार्यरत हैं तथापि संयुक्त राष्ट्र संघ के
मानवाधिकार आयोग को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए। इस समय, फातिम के परिवार के लोग उसके
साथ संवाद नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक प्रमुख समस्या पाकिस्तान की न्याय
पद्धति है जो अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करती है।