2011-06-13 11:30:51

वाटिकन सिटीः पेन्तेकोस्त पर्व पर सन्त पापा का चिन्तन


वाटिकन सिटी, 13 जून सन् 2011 (सेदोक): रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में रविवार को ख्रीस्तयाग प्रवचन में, पेन्तेकोस्त महापर्व पर चिन्तन करते हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा कि कलीसिया अपने अस्तित्व के प्रथम क्षण से ही काथलिक अथवा सार्वभौमिक रही है।

रविवार को काथलिक कलीसिया ने पेन्तेकोस्त अर्थात् ख्रीस्त के प्रेरितों पर पवित्र आत्मा के अवतरण का महापर्व मनाया। पवित्रआत्मा पर चिन्तन करते हुए सन्त पापा ने बताया कि किस प्रकार पवित्रआत्मा ने कलीसिया की रचना "सब लोगों की कलीसिया" रूप में की थी।

सन्त पापा ने कहा, "कलीसिया सम्पूर्ण विश्व का आलिंगन करती है, वह सभी नस्लों, वर्गों एवं राष्ट्र की सीमाओं को पार करती तथा सभी मनुष्यों को त्रियेक ईश्वर में विश्वास हेतु एकता के सूत्र में बाँधती है। आरम्भ ही से कलीसिया एक है, काथलिक है, प्रेरितिक हैः यही उसकी प्रकृति है और उसी के अनुकूल उसे स्वीकार किया जाना चाहिये।

सन्त पापा ने कहा कि कलीसिया की सार्वभौमिकता या विश्व व्यापकता विभिन्न समुदायों के उसके साथ जुड़ जाने का परिणाम नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि कलीसिया की पवित्रता उसके सदस्यों की क्षमता के कारण नहीं है अपितु इसलिये कि ईश्वर स्वयं अपने आत्मा द्वारा अनवरत उसकी सृष्टि करते रहते, उसे शुद्ध करते रहते तथा उसे पवित्र करते रहते हैं।








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