केरलः पहचान पत्रों में जाति लिखने के लिये काथलिक स्कूल पड़ा मुश्किल में
केरल, 6 जून सन् 2011 (कैथन्यूज़): केरल का एक काथलिक स्कूल अपने नये छात्रों के पहचान
पत्रों पर उनकी जाति लिखने के कारण मुश्किल में पड़ गया है।
केरल के शिक्षा विभाग
के निर्देशक मुहम्मद हानीश ने कहा कि यह "एक गम्भीर अपराध है।"
अधिकारी ने बताया
कि सेन्ट एग्नेस प्रायमरी स्कूल के खिलाफ एक शिकायत मिलने पर उन्होंने जाँचपड़ताल आरम्भ
कर दी है। उन्होंने बताया कि उक्त स्कूल के 82 नये छात्रों से कहा गया कि वे ऐसे टैग्ज़
पहने जिसपर उनका नाम और जाति लिखी हो। केरल में नया अकादमी वर्ष पहली जून को शुरु हुआ।
मुत्तुचीरा के सेन्ट एग्नेस स्कूल का संचालन मदर कारमेल धर्मसंघ की धर्मबहनें
करती हैं।
आपत्ति तब जताई गई जब स्कूल के अधिकारियों ने उक्त टैग्ज़ पहने छात्रों
की ग्रूप फोटो ली। टैग्ज़ पर केवल छात्रों का नाम ही नहीं अपितु जन्मतिथि, जाति और धर्म
भी लिखा था।
कतिपय माता पिताओं ने स्कूल के इस कार्य को असंवेदनशील बताया है।
इसके बाद, साम्यवादी पार्टी एवं दलित संगठनों के नेतृत्व में छात्रों ने स्कूल
के बाहर प्रदर्शन भी किया।
अपनी सफाई में स्कूल की प्राचार्या सि. वालसम्मा ने
कहा कि इस प्रकार की पहचान करना स्कूल में सामान्य रूटीन है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष
भी छात्रों को टैग्ज़ दिये गये थे जिनका उद्देश्य अभिभावकों को हर प्रकार की असंगति के
प्रति सचेत रखना है।
उन्होंने कहा कि दलित वर्ग के छात्रों को सरकारी सुविधाएँ
मिलती हैं यदि उनकी पहचान में किसी प्रकार की ग़लती होगी तो उन्हें ये सुविधाएँ नहीं
मिल सकेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों से केवल अकादमी वर्ष के पहले दिन पहचान सम्बन्धी
टैग्ज़ पहनने की अपेक्षा की जाती है हर दिन नहीं।
केरल के शिक्षा विभाग के अधिकारियों
ने कहा है कि वे स्कूल अधिकारियों से इस विषय में पूरी जानकारी मांगेंगे और यदि उनका
स्पष्टीकरण सन्तोषजनक नहीं होगा तो स्कूल प्रबन्धन पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की
जायेगी।