2011-05-27 17:25:59

कारितास इंटरनेशनालिस के सदस्यों के लिए संत पापा का संदेश


(वाटिकन 27 मई सेदोक) कारितास इंटरनेशनालिस की स्थापना की 60 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर आयोजित सामान्य आमसभा के लगभग 400 प्रतिभागियों ने शुक्रवार 27 मई को संत पापा का संदेश सुना। अध्यक्ष कार्डिनल ओस्कार रोदरिग्वेज मारादियागा के स्वागत सम्बोधन के लिए धन्यवाद देते हुए संत पापा ने कारितास परिवार के सब सदस्यों का अभिवादन किया और उनके द्वारा पूरे विश्व में ख्रीस्तीय उदारता के कार्य़ों को करनेवालों को धन्यवाद देते हुए शुभकामनाएँ दीं।

संत पापा ने विगत 60 वर्षों में कलीसिया को मिले कृपाओं और वरदानों के लिए ईश्वर को धन्यवाद देते हुए कारितास इंटरनेशनालिस की स्थापना के इतिहास का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध के आतंक और विनाश के बाद वंदनीय संत पापा पियुस बारहवें ने सम्पूर्ण विश्व के सामने प्रस्तुत आकस्मिक और संघर्ष की स्थितियों के सामने कलीसिया की उदारता और परवाह को व्यक्त करने के लिए इस संगठन की स्थापना की जो विभिन्न देशों में अनेक कलीसियाई परोपकारी संगठनों के मध्य संवाद, संयोजन और सहयोग को बढ़ावा दे। धन्य जोन पौल द्वितीय ने राष्ट्रीय कारितास एजेंसियों का एक दूसरे तथा होली सी के साथ संबंध को मजबूत करने के लिए इसे कारितास इंटरनेशनालिस का स्वरूप प्रदान किया। इसलिए कारितास इंटरनेशनालिस कलीसिया के नाम में जनहित के लिए विशिष्ट कार्यों का सम्पादन करती है। संत पापा ने कहा कि दैनिक समर्पण के आधार पर ईश्वर के प्रेम को स्वीकार कर पूरी तरह जीने से ही एक व्यक्ति हर प्राणी की मानव प्रतिष्ठा का प्रसार कर सकता है। हम मसीहियों के लिए उदारता और परोपकार का स्रोत स्वयं मसीह हैं और परोपकार का अर्थ केवल भलाई या कल्याण करना नहीं लेकिन आत्मदान है यहाँ तक कि येसु ख्रीस्त का अनुसरण करते हुए अपने जीवन का बलिदान कर देना भी है। कलीसिया ख्रीस्त के मुक्तिदायी मिशन को समय और युग में जारी रखती है।

कारितास इंटरनेशनालिस के बारे में उन्होंने कहा कि यह अन्य सामाजिक एजेंसियों से भिन्न है क्योंकि यह कलीसियाई है, चर्च के मिशन में भाग लेती है। इसका सार्वभौमिक प्रोफाइल है तथा वैधानिक पब्लिक निकाय है इसलिए होली सी इसकी गतिविधियों के लिए भी जिम्मेदार है और इसकी मानवतावादी और परोपकार संबंधी गतिविधियों को सुनिश्चित करता है। इसकी विशिष्ट अस्मिता ही कारितास इंटरनेशनालिस की ताकत है और इसे अनोखे रूप से असरकारी बनाती है।

संत पापा ने कहा कि उनका मिशन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के ले सक्षम बनाता है। वर्षों के अनुभव तथा काथलिक शिक्षा से पोषण पाकर वे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच मजबूत मानवशास्त्रीय दर्शन की वकालत करते हैं तथा सब मानव जीवन की प्रतिष्ठा की रक्षा करने के लिए समर्पित हैं। पारलौकिक बुनियाद, सृष्टिकर्ता ईश्वर का संदर्भ तथा अनन्त नियति की सराहना नहीं हो तो हम घातक विचारधाराओं के शिकार बन सकते हैं।

संत पापा ने कहा कि कारितास इंटरनेशनालिस का आह्वान किया जाता है कि लोगों के दिलों के मनपरिवर्तन के लिए काम करे उनकी पूर्ण स्वतंत्रता तथा निजी जिम्मेदारी का सम्मान करते हुए सबजगह और सब समय सामान्य हित के लिए काम कर, लोगों विशेष रूप से सबसे अधिक जरूरतमंद लोगों की उदारतापूर्वक सहायता और सेवा करे। कलीसिया के मेषपालो के साथ निकट सहयोग करते हुए राष्ट्रीय कारितास एजेंसियाँ ईश्वर के चंगाई के रहस्य तथा येसु ख्रीस्त में प्रदर्शित पूर्ण बदलाव लानेवाले प्रेम का साक्ष्य देते रहें। यही बात कारितास इंटरनेशनालिस के लिए भी लागू होती है जो होली सी से सहायता और समर्थन पाती है, विशेष रूप से परमधर्मपीठीय समिति कोर उन्नुम के द्वारा जो अपना मिशन को पूरा करने का प्रयास करती है।

संत पापा ने जरूरतंद लोगों की सहायता और सेवा के लिए कारितास इंटरनेशनालिस द्वारा अर्पित उदार सेवा और प्रयासों की पुनः सराहना करते हुए काथलिक चारिटीस के व्यापक नेटवर्क से जुडें कार्यकर्त्ताओं को प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान करते हुए उनपर ईश्वरीय शक्ति और शांति की कामना की।








All the contents on this site are copyrighted ©.