वाटिकन सिटीः 24 मई चीन की कलीसिया के लिये प्रार्थना दिवस और सम्बन्धों के सुधार हेतु
वाटिकन से चीन की अपील
वाटिकन सिटी, 23 मई सन् 2011 (सेदोक/कैथन्यूज़): 24 मई को चीन की कलीसिया के लिये प्रार्थना
दिवस मनाया जा रहा है।
24 मई को काथलिक कलीसिया "ख्रीस्तीयों की माता सदा सहायिनी
मरियम" को समर्पित पर्व मनाती है। सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने सन् 2007 में चीन को
प्रेषित पत्र में 24 मई को चीन के लिये प्रार्थना दिवस घोषित कर विश्व के सभी लोगों से
आग्रह किया था कि वे चीन में धार्मिक स्वतंत्रता की बहाली के लिये प्रभु ईश्वर से प्रार्थना
करें। चीन में यह दिन शंघाई से लगभग 50 किलो मीटर की दूरी पर स्थित शेषन की रानी मरियम
के पुण्य स्थल पर तीर्थयात्राओं द्वारा मनाया जाता है।
ग़ौरतलब है कि चीन में
सरकार नियंत्रित देशभक्त कलीसिया में पंजीकृत होकर ही धर्मपालन किया जा सकता है। सन्त
पापा एवं सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के प्रति स्वामीभक्ति प्रदर्शित करनेवाले काथलिक
धर्मानुयायियों को नाना प्रकार उत्पीड़ित किया जाता है। कलीसिया के परमाध्यक्ष द्वारा
नियुक्त धर्माध्यक्षों को भी चीन की सरकार मान्यता नहीं देती है।
बुधवार को सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने विश्व के काथलिक धर्मानुयायियों से निवेदन किया था कि वे चीन
के काथलिक धर्माध्यक्षों के लिये प्रार्थना करें ताकि चीनी अधिकारियों के दबाव के बावजूद
वे रोम से अपना नाता न तोड़ें।
टाईम्स ऑफ माल्टा के अनुसार सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें के शब्दों पर प्रतिक्रिया दर्शाते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जियांग
यू ने कहा, "वाटिकन को इस बात के प्रति सचेत रहना चाहिये कि चीन धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता
का पालन करता तथा चीनी काथलिक चर्च के अनवरत विकास को प्रोत्साहित करता है।"
श्री
जियांग ने कहा, "बैजिंग की आशा है कि वाटिकन ठोस कार्यों द्वारा चीन और वाटिकन के बीच
सम्बन्धों के विकास हेतु अनुकूल परिस्थितियों की रचना करेगा।"