2011-05-23 12:04:26

रोम: काथलिक कलीसिया के उदार कार्यों में ख्रीस्तीय पहचान का होना ज़रूरी, कार्डिनल बेरतोने


रोम, 23 मई सन् 2011 (सेदोक): वाटिकन राज्य के सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने विश्वव्यापी कलीसियाई उदारता संगठन "कारितास इन्तरनातसियोनालिस" की 19 वीं आम सभा का उदघाटन करते हुए कहा कि काथलिक कलीसिया के उदार कार्यों में ख्रीस्तीय पहचान का होना ज़रूरी है।

22 से 27 मई तक रोम में "कारितास इन्तरनातसियोनालिस" की 19 वीं आम सभा जारी है जिसका उदघाटन रविवार सन्ध्या कार्डिनल बेरतोने ने ख्रीस्तयाग अर्पित कर किया।

अपने प्रवचन में कार्डिनल महोदय ने, लोगों की आपातकालीन ज़रूरतों को पूरा करने के लिये कारितास संगठन द्वारा, विश्व के विभिन्न देशों में किये जा रहे, लोकोपकारी कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की तथापि कहा कि इन कार्यों को ख्रीस्त के सुसमाचार से ओत् प्रोत् होना चाहिये।

उन्होंने कहा कि यद्यपि मानव व्यक्ति को जीने के लिये भौतिक वस्तुओं की आवश्यकता रहती है तथापि खाद्य एवं आवास प्रदान करना ही सबकुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि कारितास के कार्यकर्त्ताओं में लोगों को ख्रीस्त के दर्शन मिलना चाहिये। उन्होंने कहा कि कठिनाईयों से घिरे लोगों को भोजन, वस्त्र एवं आवास के साथ साथ दया, करूणा एवं प्रेम की भी ज़रूरत है।

इस वर्ष "कारितास इन्तरनातसियोनालिस" संगठन अपनी स्थापना की 60 वीं वर्षगाँठ भी मना रहा है। रविवार से शुक्रवार तक जारी 19 वीं आम सभा में विश्व के विभिन्न देशों से 300 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।








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