वियेतनाम 21 मई, 2011(उकान) वियेतनाम के आम चुनाव में विभिन्न प्रतिक्रियाओं के बाद तीन
काथलिक पुरोहित भी चुनावी मैदान में अपने भाग्य आज़मा रहे हैं। वियेतनाम की 13वीं असेम्बली
के 500 सीटों के लिये हो रहे चुनाव में 827 दावेदार हैं जिसमें विभिन्न धर्मों के 29
उम्मीदवार हैं। उकान समाचार के अनुसार तीन काथलिक पुरोहित हैं फादर जोसेफ त्रान
मान्ह कुवोन्ग जोसेफ ले नोक होन और फादर पियेरे फान खाह तू। ये तीनों पुरोहित की आयु
69 से 73 के बीच है। सिस्टर थियोफिला दोन थी चुयेन का मानना है कि " पुरोहितों को
राजनीति में हिस्सा नहीं लेना चाहिये यह कलीसिया के कैनन लॉ के विरुद्ध है।" उनका
कहना है कि पुरोहितों का असेम्बली में होने से काथलिक कलीसिया को कोई लाभ नहीं मिलता
है क्योंकि उनकी आवाज़ में कोई दम नहीं है। इसके साथ एक राजनीतिक प्रतिनिधि बन जाने से
पुरोहित अपने मेषपालीय कार्यो के प्रति न्याय कर पाने में असमर्थ होंगे। स्थानीय
लोगों का मानना है कि पुरोहित अपने पौरोहितक दायित्वों को निभायें। फिर भी कई लोगों
ने कहा है कि पुरोहितों के व्यक्तिगत निर्णयों का सम्मान करते हैं। एक मीडियाकर्मी का
मानना है कि पुरोहित जनप्रतिनिधि बनने के बाद आमहित में सरकारी नीतियों को पारित कराने
में मददगार सिद्ध होंगे। नैशनल असेम्बली के लिये उम्मीदवार फादर तू ने कहा कि
उन्होंने चुनाव लड़ना चाहा है क्योंकि वे स्थानीय कलीसिया और देश की सेवा करना चाहते
हैं। उनकी इच्छा है कि वे भ्रष्टाचार के विरुद्ध और कमजोर वर्ग के उत्थान के लिये समर्पित
हों।