विश्वास के मूल्यों को राजनीति सहित जीवन के सभी क्षेत्रों से जोड़ें
वेनिस, इटली, 9 मई, 2011 (ज़ेनित) " ईसाइयों का दायित्व है कि वे ख्रीस्तीय विश्वास के
मूल्यों को राजनीति सहित जीवन के सभी क्षेत्रों से जोड़ें।"
उक्त बात संत पापा
बेनेदिक्त सोलहवें ने उस समय कहीं जब शनिवार 7 मई को उन्होंने उत्तर-पूर्वी इटली के
अक्वीलेइया बसीलिका में अपने प्रेरितिक यात्रा के दौरान कलीसियाई प्रतिनिधियों को संबोधित
किया।
संत पापा ने कहा कि " ईसाइयों को चाहिये कि वे मानव के लिये ईश्वरीय प्रेम
का साक्ष्य दें। यह साक्ष्य जीवन और प्रेम के निर्णयों में उनके लिये प्रदर्शित करने
की आवश्यकता है जो कमजोर, असुरक्षित, अस्वावलंबी, गरीब, वृद्ध और अक्षम हैं।"
उन्होंने
कहा कि " ‘आर्थिक प्रगति की होड़’ और ‘मंदी की दौर’ मे ईसाइयों से आशा की जाती है कि
वे जीवन के अर्थ को समझें और सुसमाचार का प्रचार करने में गर्व और आध्यात्मिक आनन्द का
अनुभव करें।"
संत पापा ने कहा कि " आप उन मूल्यों में से किसी का भी त्याग न
करें जिनमें आपकी आस्था है और दुनिया के उन सभी लोगों में जिनका ख्रीस्तीय मानवतावाद
के प्रति सम्मान है मिलकर एक ऐसे ‘नगर’ का निर्माण करें जहाँ मानवता न्याय और सहयोग को
सम्मान मिले।"
उन्होंने स्थानीय कलीसिया को इस बात के लिये प्रोत्साहन दिया कि
वे एक नयी पीढ़ी के निर्माण के लिये कार्य करें जहाँ व्यक्ति सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र
में " सार्थक जीवन’ और ‘सर्वसेवा’ के लिये कार्य कर सकें।
उन्होंने कहा कि
" ईसाई अपने इस दायित्व से नहीं कतरा सकते। प्रत्येक ख्रीस्तीय तीर्थयात्री है जो ईश्वर
के पास जाने की यात्रा में है और उस अनन्त यात्रा की शुरुआत इस धरा में किये जाने की
आवश्यकता है।"
विदित हो कि त्रिवेनेता के 15 धर्मप्रांत अक्वीलेइया की दूसरी
कलीसियाई महासभा की तैयारी कर रहे हैं जिसका आयोजन सन् 20112 में सम्पन्न होगा।
इस
सभा के द्वारा ख्रीस्तीयों को इस बात का प्रोत्साहन दिया जायेगा कि वे ख्रीस्तीयता के
मूल अनुभवों और येसु के साथ मिलने के अपने अनुभवों को दूसरों को बतायें। येसु इस अनन्त
यात्रा में प्रत्येक नर और नारी के मार्गदर्शक हैं।