स्विस सुरक्षा दस्ते के सैनिकों और उनके परिजनों के लिए संत पापा का संदेश
(वाटिकन सिटी 6 मई सेदोक ) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने पोंटिफिकल स्विस गार्डस में
34 नये सैनिकों को 6 मई को शामिल किये जाने के अवसर पर धर्माध्यक्षों, सैन्य कमांडेट,
स्विस सुरक्षा बल के अधिकारियों, सैनिकों तथा नये सैनिकों के अभिभावकों, संबंधियों और
मित्रों को क्लेंमंतीन सभागार में सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि उनकी उपस्थिति न केवल
परमधर्मपीठ के साथ स्विस काथलिकों के संबंध और बंधन को लेकिन शिक्षा, नैतिक शिक्षा और
अच्छे उदाहरण को भी दिखाती है जिसके द्वारा अभिभावक अपने बच्चों को मसीही विश्वास और
निःस्वार्थ सेवा के लिए भेजते हैं। संत पापा ने परमधर्मपीठीय स्विस गार्डस के गौरवपूर्ण
इतिहास पर दृष्ट डालते हुए उस घटना का स्मरण किया जिसे सैक औफ रोम के नाम से जाना जाता
है। उन्होंने आध्यात्मिक लूट को भौतिक लूट से अधिक खतरनाक बताते हुए कहा कि आज के सामाजिक
संदर्भ में अनेक युवा खतरों का सामना कर रहे हैं। भौतिक जरूरतों को पूरा करनेवाले आदर्शों
और अभिगमों के कारण क्रमिक रूप से आत्मिक पतन हो रहा है। संत पापा ने सैनिकों और उनके
परिजनों से कहा कि रोम प्रवास के दौरान इस शहर द्वारा अर्पित विभिन्न संभावनाओं से लाभ
उठायें और अपने जीवन को ठोस गहराई प्रदान करें। यह शहर इतिहास, संस्कृति और विश्वास में
समृद्ध है इसलिए मौके का पूरा सदुपयोग करते हुए अपने सांस्कृतिक, भाषाई और सबसे अधिक
आत्मिक क्षितिज को व्यापक बनायें। इटरनल सिटी में बिताया गया समय उनके जीवन का अति विशिष्ट
पल हो। इसे यथार्थ बंधुत्व की भावना में जीयें, आदर्श मसीही जीवन जीने के लिए एक दूसरे
की सहायता करें जो उनके विश्वास और कलीसिया में उनके अद्वितीय मिशन के संगत है। संत
पापा ने सैनिकों से कहा कि अपने शपथ को दुहराते या कहते समय ख्रीस्त के प्रकाशमान चेहरे
पर विचार करें जो उन्हें सच्चे इंसान और सच्चे ईसाई बनने के लिए बुलाते हैं। ख्रीस्त
का दुःखभोग, मृत्यु और पुनरूत्थान आह्वान करता है कि वे जीवन की बाधाओं और चुनौतियों
का प्रौढ़तापूर्वक सामना करें। संत पापा ने सैनिकों से कहा कि उनकी सेवा वाटिकन
सिटी के अंदर शांत और सुरक्षित दैनिक जीवन तथा धार्मिक और आध्यात्मिक अभिव्यक्तियों के
लिए बहुत सहायक है। स्विस दस्ते द्वारा अर्पित सेवा के लिए कृतज्ञता प्रकट करते हुए संत
पापा ने सैनिकों से कहा कि उनका काम सुरक्षा देने से सहित वाटिकन आनेवाले तीर्थयात्रियों
और पर्य़टकों का उदारता और शिष्टतापूर्वक स्वागत करना है। इस काम के लिए सजगता, प्रेम
और परवाह की भावना बहुत महत्वपूर्ण है तथा बहुधा धैर्य़, निरंतरता और सुनने की इच्छा
की जरूरत होती है। उनकी कामना है कि ईसाईयत के गढ़ में संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी से
मिलने तथा प्रेरितों की समाधि के दर्शन के लिए आनेवाले असंख्य विश्वासियों का आगमन सैनिकों
के जीवन के आध्यात्मिक पहलू को और अधिक सघन बनाने तथा निजी मसीही विश्वास को गहन बनाने
के समर्पण के लिए प्रेरणा प्रदान करे। वे अपने जीवन के द्वारा इसका सानन्द साक्ष्य दें।
संत पापा ने स्विस सुरक्षा बलके सैनिकों को अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देते हुए
उन्हें प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।